जन संवाद ( बात जन मन की )- विरोध करना आपका अधिकार है कर सकते हैं, भारत सरकार किसी योजना या बिल से आप सहमत हो भी सकते हैं और नही भी अभी हाल में ही आई अग्निपथ जिसमे 4 वर्ष के लिए युवाओं की भर्ती होगी यह सही है या गलत इस पर चर्चा हो सकती है बहस हो सकती है, पर ट्रेन जलाना बस जलाना यह सब युवाओं को सोभा नही देता है। अब युवा हैं तो जाहिर सी बात है उनमें ताकत है पर दिमाग भी लगाना उतना ही जरूरी है।
अभी एक बच्चे की जान चली गई इस विरोध के चलते, इतिहास गवाह है। आजतक कोई भी धरना प्रदर्शन ऐसा सफल नही हुआ है जो उग्र हुआ हो, शांति से ही सभी मुद्दे हल हुए है। आपको ऐसा लगता है कि आपके उग्र विरोध करने से सरकार आपकी बात मान लेगी तो आप बिलकुल गलत हैं। उल्टा आप पर ही पुलिस कार्यवाही करेगी आपका ही भविष्य अंधकार में जाएगा आपको ही नुकसान उठाना पड़ेगा। इसीलिए मेरी आप सभी से अपील है कि कोई भी आंदोलन उग्र न करें शांति से अपनी बात रखें।
सरकार से भी कहना चाहूंगा कि एक बार युवाओं की बात भी सुनी जाए, अगर कोई बीच का रास्ता है तो उसे निकालने की कोशिश की जाए जिससे देश को नुकसान न हो, देश की संपत्ति को नुकसान न हो टेक्स पेयर का पैसा बर्बाद न हो। सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए सरकार को अगर जरूरत पड़े तो कठोर कदम उठाए, धरने के नाम पर आगजनी करना गलत है यह वैसे ही गलत है जैसे पत्थरवाजों की पत्थरवाजी गलत थी।
युवा साथियों से अनुरोध है कि वो अपने भविष्य की चिंता करें अभी आपका जीवन शुरू हुआ है अभी से इसको यूं वर्बाद न करें। ध्यान रहे देश हमारा है हमने हमारे पुरखों ने देश को अपने खुन पसीने से सींचा है न जाने कितने त्याग किए हैं वो सब बेकार न जाने दें। शांति से धरना कीजिए शांति से अपनी आवाज उठाइए, धैर्य रखिए,अपनी बात को मजबूती से रखिए किसी भी प्रकार से कोई आगजनी न कीजिए और न ही किसी भी प्रकार का देश को नुकसान कीजिए।