न्यूज डेस्क / देहरादून। वीकेंड पर विभिन्न राज्यों से आए पर्यटकों से उत्तराखंड पर्यटन उद्योग को आर्थिक मजबूती मिलनी शुरू हो गई है और शनिवार व रविवार को अच्छा काम होने से पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों के चेहरे पर रौनक देखने को भी मिल रही है।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन नैनीताल के अध्यक्ष दिनेश शाह ने बताया की उत्तराखंड पर्यटन लाखों लोगों के रोजगार और आजीविका का साधन हैं। दो दिनों में अच्छा कारोबार होने से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को आर्थिक लाभ मिला है।
उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि पर्यटकों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण और होटल की बुकिंग को अनिवार्य करने से लोगों को जाम से राहत मिली है। इसके अलावा पर्यटक स्थलों पर अनावश्यक भीड़ से भी काबू पाया गया।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘प्रदेश नए पर्यटन स्थलों की तलाश कर उन्हें विकसित करने का काम कर रहा है।
जिससे पुराने पर्यटन स्थलों के बढ़ते दबाव को कम करने में मदद मिलने के साथ ही स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन के पुनरुद्वार और स्वास्थ्य सुरक्षा के मध्य संतुलन बनाए रखने के लिए सरकार निरंतर प्रतिबद्ध है।
पर्यटन सचिव ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे की संभावना के चलते उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से होटल मालिकों और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पर्यटन स्थलों पर शासन द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करायें।
मसूरी-नैनीताल व अन्य पर्यटन स्थलों पर वीकेंड पर उत्तराखंड से आने वाले दूसरे राज्यों के पर्यटकों के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी के वेबसाइट पर पंजीकरण और होटल की एडवांस बुकिंग की अनिवार्यता को प्रथिमिकता दी जा रही है।