बीएसएनके न्यूज डेस्क । स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र में अग्रणी अवादा समूह ने आज वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2025 में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गुजरात सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत, अवादा समूह राज्य में ₹36,000 करोड़ का कुल निवेश करेगा, जिसका उद्देश्य 5 गीगावाट सौर, 1 GW पवन और 5 गीगावाट-घंटे बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली बीएसईएसपरियोजनाओं को स्थापित करना है।
यह समझौता देश के हरित ऊर्जा ट्रांज़िशन को गति देने और गुजरात को स्वच्छ तथा सतत ऊर्जा का केंद्र बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने की अवादा समूह की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
परियोजना का विवरण और प्रभाव समझौते के अनुसार, अवादा समूह कच्छ, बनासकांठा और सुरेंद्रनगर जिलों में ये परियोजनाएँ स्थापित करेगा।
- 5 GW क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएँ।
- 1 GW क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजनाएँ।
- 5 GWh क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS)।
इन परियोजनाओं के 2027-2030 के बीच शुरू होने की उम्मीद है। ये BESS परियोजनाएँ हरित ऊर्जा का कुशल भंडारण और प्रेषण सुनिश्चित करके ग्रिड की विश्वसनीयता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी।
रोज़गार सृजन: इस निवेश से राज्य में 3,000 से अधिक हरित रोज़गार (1,000 से अधिक प्रत्यक्ष और 2,000 से अधिक अप्रत्यक्ष) सृजित होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त, निर्माण चरण के दौरान लगभग 5,000 लोगों के लिए अस्थायी रोज़गार के अवसर सृजित होने की भी उम्मीद है।
पर्यावरण लाभ: ये एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो रोबोटिक मॉड्यूल सफाई तकनीक का उपयोग करके सालाना लगभग 12 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन को कम करेगा और लगभग 166 मिलियन लीटर पानी का संरक्षण करेगा।
नेतृत्व के वक्तव्य गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा अवादा समूह सोलह साल पहले अपने पहले 40 मेगावाट के समझौता ज्ञापन के बाद से गुजरात की नवीकरणीय ऊर्जा यात्रा में एक विश्वसनीय भागीदार रहा है। सौर, पवन और बैटरी भंडारण में उनका नया 36,000 करोड़ रुपये का निवेश सतत विकास के हमारे साझा दृष्टिकोण को और मज़बूत करता है। गुजरात सरकार इन परियोजनाओं के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन देती है, क्योंकि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए चौबीसों घंटे हरित ऊर्जा आवश्यक है।
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर भारत की यात्रा दूरदर्शी साझेदारियों और इस तरह के साहसिक निवेशों से प्रेरित है। गुजरात में बड़े पैमाने पर सौर, पवन और बैटरी भंडारण क्षमता विकसित करने के लिए अवादा समूह की प्रतिबद्धता न केवल हरित ऊर्जा इकोसिस्टम को मजबूत करेगी, बल्कि माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और 2070 तक नेट ज़ीरो के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में भी मदद करेगी। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ऐसी पहलों का स्वागत करता है जो नवाचार, स्थिरता और रोजगार सृजन को जोड़ती हैं, जिससे भारत स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में वैश्विक अग्रणी बनता है।”
अवादा समूह के अध्यक्ष विनीत मित्तल ने कहा हमारी सौर ऊर्जा यात्रा गुजरात में भारत के पहले बड़े पैमाने पर जमीन पर स्थापित 15 मेगावाट पीक सौर संयंत्र के साथ शुरू हुई थी। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ हमें सतत विकास की दिशा में गुजरात सरकार के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। यह निवेश देश की नवीकरणीय ऊर्जा महत्वाकांक्षाओं को साकार करने, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक कदम है।
अवादा समूह में हम ऊर्जा के सभी नवीकरणीय स्रोतों का विस्तार करने और उन्हें पारंपरिक ऊर्जा की तरह विश्वसनीय बनाने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं, जिससे किफायती मूल्य पर चौबीसों घंटे हरित ऊर्जा की आपूर्ति की जा सके और एक सुदृढ़ और आत्मनिर्भर राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।”
