बीएसएनके न्यूज डेस्क। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज यानी 06 मई को विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाएंगे। मंदिर के कपाट सुबह 06 बजकर 15 मिनट पर पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले जाएंगे। जबकि चार तीर्थों में से अंतिम धाम बदरीनाथ धाम के कपाट 08 मई को तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाएंगे।
परंपरा के अनुसार भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंच चुकी है। यह 02 मई को श्री केदारनाथ के शीतकालीन निवास ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए रवाना हुई थी और केदारनाथ धाम पहुंचने से पहले विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, श्री गौरीमाई मंदिर, फाटा और गौरीकुंड सहित कई पड़ावों पर रुकी थी। इस बीच, केदारनाथ मंदिर को इस अवसर पर फूलों से सजाया गया है। 04 मई को बारिश और बर्फबारी के बावजूद मंदिर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। दो साल बाद इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। 190,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ जाने के लिए 31 मई तक अपना पंजीकरण कराया है। जबकि केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं की 05 जून तक एडवांस बुकिंग हो गई है।
पहले दिन केदारनाथ दर्शन के लिए 12 हजार तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्री दर्शन कर पाएंगे। अभी तक पंजीकरण का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखण्ड आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार की ओर से चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। केदारनाथ धाम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गहरा नाता है। केदारनाथ के बाद 08 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे और चार धाम यात्रा पहले की तरह संपूर्ण रूप से संचालित की जाएगी।उत्तराखण्ड सरकार तीर्थयात्रियों के सर्वोत्तम आतिथ्य की सेवा के लिए तैयार हैं।