बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना आगामी 10 मार्च को होगी। 10 मार्च को ही सरकार किसकी बनेगी यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। किन्तु भाजपा इसके इतर बहुमत के साथ सत्ता में आने के दावे के साथ-साथ ही प्लान बी पर भी काम कर रही है। यदि परिस्थितियां बदलीं और किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो ऐसे में क्या होगा। इसलिए उत्तराखंड भाजपा ने इसके लिए भी प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी की पार्टी लाइन के हिसाब से उत्तराखंड एक अहम राज्य माना जाता है। यही कारण है कि उत्तराखंड को भाजपा किसी भी सूरत में अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती। इसिलिए विधानसभा चुनाव परिणाम आने से पहले ही पार्टी हर तरह की रणनीति बनाने में जुटी है। विभिन्न सर्वे में कांग्रेस की मिल रही बढ़त ने भी भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। बहुमत मिला तो ठीक और बहुमत के आसपास पहुंचे तो भी बीजेपी का प्लान है कि वो सरकार बनाने से पीछे नहीं हटेगी। उसे हर सूरत में उत्तराखंड में अपनी सरकार चाहिए।
सूत्रों की मानें तो इसके लिए प्लान बी तैयार किया गया है। प्लान बी को अमलीजामा पहनाने का टारगेट सौंपा गया है राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को। विजयवर्गीय की इस टीम में उत्तराखंड चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम भी शामिल होंगे। रविवार को कैलाश विजयवर्गीय और चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी देहरादून पहुंच गए है। देहरादून के एक होटल में रूके कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी,मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ देर शाम मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार, इस मीटिंग में भाजपा नेताओं ने ए, बी और सी प्लान को लेकर चर्चा की। प्लान ए के तहत यदि बीजेपी बहुमत आती है तो सरकार का क्या स्वरूप होगा, इसको लेकर चरचा हुई। लेकिन यदि बीजेपी बहुमत में नहीं आती और बहुमत के करीब पहुंचती है, तो फिर सरकार बनाने की कवायद होगी। इसके लिए जीतकर आने वाले निर्देलीयों और बसपा के प्रत्याशियों का सहारा लिया जाएगा। इनको कैसे मैनेज किया जाएगा इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है। प्लान सी के तहत सरकार न बना पाने की स्थिति पर भी चर्चा हुई।
मतगणना से पहले भाजपा का चुनावी नतीजों पर महामंथन
भीतरघात की खबरों से घिरी भाजपा ने आज चुनावी नतीजों से पहले संभावी सभी स्थितियों पर एक अहम बैठक बुलाकर महामंथन किया। चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी की अध्यक्षता में आज हुई इस बैठक में प्रत्याशियों से उनकी परफारमेंस को फीडबैक लिया गया। जिसके आधार पर संभावित नतीजों पर आगे की रणनीति तैयार की जा सकी।
बैठक से पूर्व सीएम धामी ने एक बार फिर कहा कि सभी लोगों ने बहुत मेहनत की है हमें सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जीत भाजपा की ही होगी और हमारी सरकार बनेगी। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और तमाम पूर्व मुख्यमंत्रियों तथा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित सभी 70 प्रत्याशियों ने भाग लिया। हालांकि समाचार लिखे जाने तक बैठक के बारे में कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई लेकिन भाजपा ने मतगणना वाले दिन अपने सभी प्रत्याशियों को अपनेकृअपने स्थानों पर रहने के लिए कहा गया है और संगठन के कार्यकर्ताओं को मतगणना स्थलों पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल चुनाव से पूर्व टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में भारी घमासान की स्थिति देखी गई थी। टिकट न मिलने से नाराज कई भाजपा नेताओं व विधायकों ने बगावत कर दी थी जिसके कारण हाई कमान ने राजकुमार ठुकराल, टीका प्रसाद मैखुरी, महावीर सिंह रांगढ़, जितेंद्र नेगी, धीरज चौहान व मनोज साह सहित तमाम नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। मतदान के बाद भाजपा विधायक संजय गुप्ता, कैलाश गहतोड़ी, हरभजन सिंह चीमा व केदार सिंह रावत सहित अनेक प्रत्याशियों द्वारा पार्टी के ही लोगों पर भाजपा के खिलाफ काम करने के आरोप लगाए गए थे।
जिन्हें लेकर भाजपा हाईकमान तक हड़कंप मचा रहा। यही कारण है कि भाजपा इस चुनाव के नतीजों को लेकर आश्वस्त नहीं हो पा रही है तथा मतगणना के बाद आने वाले परिणाम को लेकर चिंतन मंथन कर रही है। आज की बैठक में सभी 70 प्रत्याशियों से वह उनकी संभावनाओं को लेकर एक समग्र नतीजे पर पहुंचने का प्रयास कर रही है। कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश के तमाम नेताओं की केंद्रीय नेताओं से हुई मेल मुलाकातों के बाद भाजपा अब हर संभावित स्थिति के लिए पहले ही रणनीति तैयार कर लेना चाहती है। आज के इस महामंथन का यही उद्देश्य अभी तक सामने आया है।