Home उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुरू की विधानसभा सीटवार समीक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुरू की विधानसभा सीटवार समीक्षा

बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। मुख्य सेवक, जनता के द्वार के साथ अब सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सभी विधानसभा सीटों की समीक्षा का काम भी शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री आवास पर आज आयोजित इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गढ़वाल मंडल की 12 विधानसभा सीटों की समीक्षा कर रहे हैं। जिसमें विधायकों के साथ अधिकारी भी मौजूद है।

यूं तो अब तक तमाम पूर्व मुख्यमंत्री भी अपने-अपने समय में विकास कार्यों की समीक्षा करते आए हैं। खुद पुष्कर सिंह धामी भी कभी किसी विधानसभा क्षेत्र की तो कभी किसी विधानसभा क्षेत्र की विकास योजनाओं की समीक्षा करते रहे हैं, लेकिन यह पहला मर्तबा है जब कोई मुख्यमंत्री सभी 70 विधानसभा सीटों की विकास योजनाओं के साथ उन विधानसभा सीटों की समस्याओं की भी समीक्षा कर रहे हो। इस क्रम में आज मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली समीक्षा बैठक में गढ़वाल मंडल की 12 विधानसभा सीटों की समीक्षा की जा रही है। जिसमें पौड़ी और हरिद्वार तथा टिहरी की विधानसभा सीटें शामिल है।

हालांकि इस समीक्षा बैठक में क्या क्या हुआ इसकी कोई आधिकारिक जानकारी किसी विधायक या अधिकारी द्वारा नहीं दी गई, लेकिन मुख्यमंत्री की इस पहल का स्वागत विधायकों ने जरूर किया है। बैठक में पहुंचे विधायकों का कहना है कि इस समीक्षा बैठक के जरिए उन्हें मुख्यमंत्री को अपने विधानसभा क्षेत्र की उन समस्याओं को भी बताने का मौका मिलेगा जिनका समाधान जरूरी है। किस विधानसभा क्षेत्र में कौन-कौन सी विकास योजनाएं चल रही है तथा उनकी क्या प्रगति रिपोर्ट है उन क्षेत्रों में कौन सी योजना कब पूरी होगी? तथा कौन सी योजना किस कारण से अटकी हुई है इसकी जानकारी तो होगी ही साथ ही साथ इन विधायकों से उनके क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या क्या है और उसका समाधान कैसे हो सकता है इस पर भी चर्चा हो सकेगी।

मुख्यमंत्री की इस विधानसभा सीट वार की जाने वाली समीक्षा की पृष्ठभूमि में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को ही देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि इस समीक्षा बैठक के जरिए यह खाका तैयार किया जाएगा कि राज्य सरकार के किन कामों को भाजपा की उपलब्धियों की सूची में शामिल किया जा सकता है। साथ ही जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की स्थिति कमजोर है उसे चुनाव से पूर्व कैसे मजबूती प्रदान की जा सकती है।