बीएसएनके न्यूज डेस्क/स्पोर्ट्स :- कोको जर्मनी की जूलिया गोरजेस (2018, 19) के बाद यहां लगातार चैंपियन बननी वाली पहली खिलाड़ी हैं। वहीं पैटी फेंडिक (1988, 89) के बाद ऐसा करने वाली वह पहली अमेरिकी बनीं।
अमेरिकी ओपन चैंपियन 19 वर्षीय कोको गॉफ ने लगातार दूसरे वर्ष ऑकलैंड क्लासिक टूर्नामेंट जीत लिया। सर्वोच्च वरीय अमेरिकी ने फाइनल में बीते वर्ष मां बनने के बाद वापसी करने वाली यूक्रेन की एलीना स्वितोलिना को तीन सेटों के संघर्ष में 6-7 (4), 6-3, 6-3 से पराजित किया। कोको ने टूर्नामेंट में पहली बार सेट गंवाया। यह पहली बार है जब कोको ने अपने करियर में किसी टूर्नामेंट के खिताब की रक्षा की है।
फाइनल तक के सफर में सिर्फ 15 गेम गंवाने वाली कोको को दूसरी वरीय स्वितोलिना के खिलाफ दो घंटे और 23 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा। सेमीफाइनल में साथी एमा नवारो पर 6-3, 6-1 से जीत में 10 एस लगाने वाली और पहली सविस पर 80 प्रतिशत अंक जीतने वाली गॉफ फाइनल में सिर्फ तीन एस लगा सकीं और 65 प्रतिशत अंक ही पहली सर्विस पर जीते। उन्होंने सात डबल फॉल्ट भी किए।
स्वितोलिना की वापसी प्रेरणादायक : कोको
कोको जर्मनी की जूलिया गोरजेस (2018, 19) के बाद यहां लगातार चैंपियन बननी वाली पहली खिलाड़ी हैं। वहीं पैटी फेंडिक (1988, 89) के बाद ऐसा करने वाली वह पहली अमेरिकी बनीं। कोको ने स्वितोलिना पर जीत के बाद कहा कि मां बनने के बाद इतनी तेजी से उच्च स्तर पर वापसी करना प्रेरणादायक है।
कोको जर्मनी की जूलिया गोरजेस (2018, 19) के बाद यहां लगातार चैंपियन बननी वाली पहली खिलाड़ी हैं। वहीं पैटी फेंडिक (1988, 89) के बाद ऐसा करने वाली वह पहली अमेरिकी बनीं। कोको ने स्वितोलिना पर जीत के बाद कहा कि मां बनने के बाद इतनी तेजी से उच्च स्तर पर वापसी करना प्रेरणादायक है।