बीएसएनके न्यूज डेस्क। रायपुर विधानसभा में इस बार का विधानसभा चुनाव सर्दियों में सरगर्मियां बढ़ा देगा ,क्योंकि इस बार कांग्रेस के टिकट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता हीरा सिंह बिष्ट रायपुर से चुनाव लड़ रहे है। हीरा सिंह बिष्ट का कांग्रेस में कद का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी उन्हें उनकी पसंदीदा डोईवाला से टिकट नहीं दे पाई,लेकिन दिग्गज नेता को रायपुर से चुनाव लड़ने की ठानी। रायपुर में दो अन्य मजबूत दावेदार होने के बावजूद भी बिष्ट को यहाँ से टिकट दिया गया।
हीरा सिंह बिष्ट उत्तर प्रदेश के ज़माने कांग्रेस के लिए सीटे जीतते आ रहे है। इंटक के नेता होने के चलते श्रमिक आंदोलनों में उनकी भागेदारी रही। यूपी के समय देहरादून सीट से पहली बार विधायक बने। कई अहम जिम्मेदारीयां संभाली। उत्तराखण्ड बनने के बाद राजपुर से विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे। नारायण दत्त तिवारी सरकार में परिवहन ,तकनिकी शिक्षा और श्रम मंत्री रहे। 2014 में डोईवाला उपचुनाव में त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भी हराया था।
हीरा सिंह बिष्ट ने पिछले दिनों हरक की कांग्रेस में वापसी का भी विरोध किया था। हालांकि हरक की वापसी से उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ा है। रायपुर विधानसभा में उनका सामना भाजपा के उमेश शर्मा काऊ जो पहले कांग्रेस के ही नेता थे उनसे होगा। पुराने दिग्गज कोंग्रेसी हीरा सिंह बिष्ट रायपुर में मुकाबले की टक्कर का समीकरण बना सकते है।