बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। तहसील नारायणबगड़,थराली के अंतर्गत कड़ाकोट पट्टी के रैंस गांव के रहने वाले एक एस एस बी प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्ला तहसील वार जारी एस एस बी प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लाओं की सूची में नाम नहीं होने से मायूस हैं।
रैंस गांव के हरपाल सिंह पुत्र सैन सिंह रावत के अनुसार उन्होंने एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षण प्राप्त किया है जिसका उनके पास प्रमाण पत्र भी मौजूद है लेकिन उनका नाम दर्ज होने से छूट गया है।अब वह एस एस बी निदेशालय,जिला एवं तहसील प्रशासन और एस एस बी प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्ला कल्याण समिति से गुहार लगा रहे हैं कि उनका नाम गुरिल्ला सूची में दर्ज किया जाए। दरअसल प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ वर्षों एस एस बी प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लाओं के सत्यापन किए गए थे तब उसके बाद प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लाओं की सूची जारी की गई थी।
हरपाल सिंह ने बताया कि उनको सत्यापन किए जाने की सूचना न होने के कारण वह अपना सत्यापन करवाकर सूची में नाम दर्ज करने से छूट गये थे।वह बताते हैं कि जब गुरिल्लाओं की तहसीलदार वार सूची जारी हुई तो उनको पता चला कि सूची में उनका नाम ही है। वह बताते हैं कि उन्होंने सन् 1995 में एस एस बी कैंपस ग्लालदम में 62 एडवांस कोर्स में 27 जुलाई 1995 से दो सितंबर 1995 गुरिल्ला प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
गुरिल्ला प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र को उन्होंने बतौर साक्ष्य दिखाया और प्रशासन से मांग की है कि उनका सत्यापन कर उनका नाम एस एस बी प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लाओं की नाम सूची में दर्ज किया जाए।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक