बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़ चमोली। कुलसारी बाजार में बीआरओ का नया पुल बनने से दलित परिवारों के सामने बेघर होने की समस्या पैदा होने से परेशान होकर उपजिलाधिकारी कार्यालय पर प्रभावितों ने परिवार सहित धरना देकर न्याय के लिए ज्ञापन सौंपा।उपजिलाधिकारी ने तहसीलदार को जांच के आदेश देकर न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
बहुत बडी बिडम्बना है हमारे यहां राजकाज की कार्यप्रणाली में इससे कई बार तो ऐसा लगता है कि गरीबों के लिए ना कोई सकारात्मक नीति और ना ही कोई दयाभाव के लिए कहीं भी जगह बची हुई है। शायद गरीब की किस्मत में दर दर भटकते रहना ही भगवान की मुहर लगी हुई है।यह ताजा मामला थराली तहसील के अंतर्गत कुलसारी के कुछ दलित परिवारों के साथ हो रहे अन्याय का सामने आया है।
जिनके सामने अपने घर मकान होते हुए भी सडक पर रहने व सोने की स्थिति पैदा हो गई है। सिर्फ एक सडक और पुल बनाने की एवज में इन दलित परिवारों को बिना मुआवजा और रहने की व्यवस्था किए बगैर ही घरबदर किये जाने का हुक्म दनदनाने जैसा फरमान जारी किया जा रहा है,है न यह बडी अफसोसजनक व बिडम्बना भरी नीति।
दरअसल कर्णप्रयाग-ग्वालदम-बैजनाथ-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले वर्षों से चल रहे सडक चौडीकरण कार्य के कारण कुलसारी बाजार के पास नया और बडा मोटर पुल बनने से उसके पास रहने वाले दलित परिवारों की आवासीय मकानों को सडक के लिए तोडा जाना है।
जिसकी कार्रवाई बीआरओ ने शुरू भी कर दी है परंतु गरीब दलित परिवारों के घर तोडऩे से पहले ना ही उनको मुआवजा दिया जा रहा है और ना ही उनके लिए रहने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था ही गई हैं,जबकि प्रभावित परिवारों का कहना है कि उल्टे बीआरओ उनको घर खाली करने का मौखिक एल्टीमेटम दे गया है।
यही नहीं बिना किसी ज्वाइंट इंफेक्शन के इन गरीब लोगों के फलदार पेड और साग सब्जियों के बगीचे मिट्टी में दबा दिए गए हैं।जिससे इन गरीब लोगों की दहशत बढ गई है जोकि एक भूमिहीन गरीब के लिए स्ववाभिक बात भी है।
इस तरह की कार्यवाही से परेशान और दहशत में आकर सोमवार को प्रभावित दलित परिवारों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय थराली में धरना देते हुए न्याय दिलाने की गुहार उपजिलाधिकारी से लगाई है।
इस पर उपजिलाधिकारी रवीन्द्र जुंवांठा ने तत्काल कार्यवाही करते हुए तहसीलदार और संबंधित क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से मौके पर जाकर मामले की जांच कर आख्या उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं।
लेकिन अब आगे देखने वाली बात तो यह होगी कि इन गरीब और दलित परिवारों के लोगों की ऐसी गंभीर समस्याओं का समाधान समय पर किया जाता है कि नही,फिलहाल यह भविष्य के गर्भ में ही है।
हमने जब इस मामले मे मौके पर जाकर हस्तक्षेप कर बीआरओ के अवर अभियंता कृपाल सिंह से इस मामले मे पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि शीघ ही इन लोगों की संपत्ति का ज्वाइंट इंफेक्शन किया जायेगा।
जिसके आधार पर इनके नुकसान का एस्टीमेट बनाकर इन लोगों को दे दिया जायेगा और हमें प्रभावित परिवारों के सामने ही अश्वासन देते हुए कहा कि तबतक इनको बेघर नहीं किय जायेगा। धरना देने वालों में जवारु लाल,काजल, बादरी राम,सुनील,कमला देवी,हरीराम आदि परिवार सहित मौजूद थे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा, स्थानीय संपादक