बीएसएनके न्यूज डेस्क। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), अहमदाबाद, जो कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ‘सेन्टर ऑफ एक्सिलेंस’ है, अपनी पहल ‘उद्यमिता पखवाड़ा 2025’ के शुभारंभ की घोषणा की है।
यह उद्यमिता और इनोवेशन का एक देशव्यापी उत्सव है, जिसका उद्देश्य उद्यमशील सोच को प्रोत्साहित करना और स्थानीय नवाचार पारिस्थितिक तंत्र को सुदृढ़ करना है। यह पहल, राज्य सरकारों के शिक्षा विभागों एवं उच्च शिक्षा संस्थानों के सहयोग से लागू की जा रही है और विश्व के तीसरे सबसे बड़े उद्यमशील इकोसिस्टम में विविध वर्गों के बीच नवाचार, रोज़गार सृजन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है।
उद्यमिता पखवाड़ा का उद्घाटन 09 नवम्बर 2025 को लेह, लद्दाख में लद्दाख के माननीय उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता द्वारा किया गया। यह उद्घाटन कार्यक्रम राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस के अवसर के साथ आयोजित हुआ, जिसमें एंटरप्राइजिंग लद्दाख रिपोर्ट तथा उद्यमों की केटलोग का विमोचन किया गया, साथ ही कार्यक्रम के तहत स्थापित 80 से अधिक स्थानीय उद्यमों को प्रदर्शित करने वाली प्रोड्क्ट वॉल एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया। एंटरप्राइजिंग लद्दाख थीम के अंतर्गत अब तक 1,500 से अधिक लद्दाखी विद्यार्थियों को उद्यम विकास, एमएसएमई सेटअप, बैंकिंग एवं मार्केटिंग के विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
लद्दाख में सफल शुभारंभ के बाद, 09 नवम्बर 2025 से 21 नवम्बर 2025 के बीच भारत के अनेक राज्यों में समान क्षेत्र-केन्द्रित कार्यक्रम समानांतर रूप से आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों और नवोदित उद्यमियों को व्यवसाय स्थापना एवं नवाचार का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो सके।
कार्यक्रम गुजरात, नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, ओडिशा, मेघालय, छत्तीसगढ़ और मणिपुर सहित कई अन्य क्षेत्रों में जारी रहेगा, जहाँ प्रत्येक गतिविधि स्थानीय उद्यमशील सामर्थ्य और अवसरों को प्रतिबिंबित करने वाली एक विशिष्ट थीम पर केन्द्रित होगी। इस पहल के अंतर्गत सहभागी क्षेत्रों में कार्यशालाएँ, प्रदर्शनियाँ, संवाद सत्र, प्रतियोगिताएँ एवं मेंटरशिप सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिन्हें स्थानीय आकांक्षाओं के अनुरूप तैयार किया गया है, जबकि सभी एक साझा दृष्टि से जुड़े हुए हैं।
उद्यमिता पखवाड़ा के शुभारंभ पर ईडीआईआई के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा: “आज उद्यमिता भारत की प्रगति का केंद्र बिन्दु बन चुका है। पूरे देश में अपार अविकसित/अप्रयुक्त प्रतिभा, विचार और संकल्प मौजूद हैं, जिन्हें दिशा दिए जाने की प्रतीक्षा है। उद्यमिता पखवाड़ा के माध्यम से हमारा प्रयास इस जज़्बे को प्रज्ज्वलित करने का है, ताकि समाज के हर वर्ग के लोग अपनी आकांक्षाओं को ऐसे उद्यमों में रूपांतरित कर सकें, जो समावेशी और सतत विकास को आगे बढ़ाएँ।”

