बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। प्रखंड के लव-कुश महादेव मंदिर के निर्माण की सामग्री ढोने में लगे दो खच्चरों को गुलदार ने अपना निवाला बना दिया । इस घटना के कारण खच्चर मालिक के सम्मुख रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। उसने वन विभाग से क्षतिपूर्ति के लिए मुआवजे की गुहार लगाई है।
विकासखंड के ग्राम तुनेडा निवासी दिगंबर सिंह रावत ने अपनी आजीविका को चलाने के लिए खच्चर पाल रखे हैं। इन दिनों वह लव-कुश महादेव मंदिर में निर्माण कार्य के लिए सामग्री ढुलान का कार्य कर रहा था। दिगंबर सिंह ने बताया कि बीते सोमवार को वह ढुलान का कार्य करने के बाद मंदिर के पास कमरे में खाना बनाने चला गया और खच्चरों को चुगान के लिए हमेशा की तरह छोड़ दिया।
बताया कि खाना खाने के बाद वह खच्चरों को लेने गया तो दो खच्चर तो पास में ही मिल गये लेकिन बाकी दो खच्चर काफी दूर तक भी नहीं मिले। सोमवार को शाम होने के कारण वह खच्चरों को नहीं ढूंढ पाया तो उसने गांव में फ़ोन करके लोगों से खच्चरों को ढूंढने की मदद मांगी।
मंगलवार को सभी लोगों ने जंगल में काफ़ी खोजबीन शुरू की तो दोनों खच्चर अलग-अलग स्थानों पर मृत अवस्था में मिले। गांव के प्रधान प्रतिनिधि मोहन सिंह बताते हैं कि अपने खच्चरों को मृत देखकर दिगंबर सिंह फफककर रोने लगा।वह बहुत ही गरीब है और खच्चरों के जरिये ही उसके घर का रोजगार चलता है। अब उसके पास दो ही खच्चर बाकी हैंं।
ग्राम प्रधान सुनीता देवी ने बताया कि उन्होंने इस घटना की सूचना वन विभाग को दी और पीड़ित को आर्थिक मदद देने की अपील की है। वनक्षेत्रधिकारी बीएस परमार ने बताया कि मामले की जांच कर नियमानुसार प्रभावित को मुआवजा देने की कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक