बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। श्रावण मास में कर्णप्रयाग संगम से महामृत्युंजय महादेव मंदिर में गंगाजल लेकर चलने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियों के लिए मंगलवार को यहां बैठक आयोजित की गई।
पूर्व की भांति इस वर्ष भी सावन माह में भगवान आशुतोष शिव शंकर को गंगा जल चढ़ाने के लिए महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के तत्वावधान में आयोजित होने वाले कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर मंगलवार को स्थानीय साक्षी लॉज में एक बैठक की गई।
बताते चलें कि यह कांवड़ यात्रा पिछले दो सालों में कोरोना काल के चलते स्थगित रखी गई थी तब शिव भक्तों में काफी मायूसी छाई हुई थी । लेकिन इस बार शिवभक्तों का उत्साह देखने लायक है। कांवड़ यात्रा के अध्यक्ष राम बहादुर सलामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली समस्याओं के निराकरण पर चर्चा की गई। निर्णय लिया गया है कि कांवड़ यात्रा का मार्ग पूर्ववत ही रहेगा और।
42 किमी की यह कांवड़ यात्रा रविवार 31 जुलाई को कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी और पिण्डर नदी के संगम से पवित्र गंगाजल लेकर रवाना होगी और रात्रि विश्राम के लिए नारायणबगड़ पहुंचेगी। अगले दिन पहली अगस्त की सुबह सावन के तीसरे सोमवार को कांवड़िए मंदिर के लिए प्रस्थान कर भागवन शिव का गंगाजल से अभिषेक करेंगे।
कांवड़ यात्रा समिति के सदस्यों ने बताया कि कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर तेजी से काम किया जा रहा है और जो भी शिवभक्त कांवड़ यात्रा में शामिल होने चाहते हैं उन सभी का हार्दिक स्वागत है। कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन से मांग की जायेगी। कांवड़ यात्रा के दौरान महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के 33 गांवों की उप समितियों द्वारा देखरेख और अन्य व्यवस्थाएं की जायेगी।
इस अवसर पर कांवड़ यात्रा समिति के सचिव अवधेश शाह, कोषाध्यक्ष बिक्रम सिंह, महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष बृजमोहन बुटोला, महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के सचिव जयपाल सिंह बुटोला, देवेंद्र पाल सिंह परिहार, प्रेम सिंह गुसाईं, पुष्कर रावत,जयकृत नेगी, भोलेनाथ शाह आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक