बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। आगामी सावन माह में शिवालयों में शिव भक्तों द्वारा चढाए जाने वाले गंगाजल को लाने के लिए कांवड़ यात्रा समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
शनिवार को नारायणबगड़ के साक्षी लॉज में महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के तत्वावधान एवं कांवड़ यात्रा समिति के रायबहादुर सैलानी की अध्यक्षता में आगामी सावन माह में प्रखंड के विभिन्न शिवालयों में शिव भक्तों द्वारा पवित्र गंगाजल चढ़ाएं जाने के लिए कांवड़ यात्रा समिति का विस्तार करते हुए कांवड़ यात्रा के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई। पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति एवं कांवड़ यात्रा समिति ने भव्य कांवड़ यात्रा का निर्णय लिया है।
बता दें कि हर वर्ष कर्णप्रयाग के पवित्र संगम से पदयात्रा करते हुए शिवभक्त कावंड़ियों गंगाजल लाकर अपने अराध्य देव महादेव के विभिन्न मंदिरों में चढ़ाते हैं। इस दौरान कांवड़ यात्रा की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई। इस बार महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है कि महिलाओं को भी कांवड़ यात्रा में शामिल किया जाएगा और उनको कोई पंजीकरण शुल्क नहीं देना पड़ेगा। कांवड़ यात्रा समिति के संयोजक दलीप सिंह नेगी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इस बार कावंड यात्रा को और भी भव्य स्वरूप दिया जाएगा।
बताया कि 30 जुलाई को सभी शिवभक्त कावंड़िये सांस्कृतिक परिधानों में कर्णप्रयाग पवित्र संगम पर पहुंचेंगे जहां पर विधिविधान से पूजा अर्चना करने के उपरांत गंगाजल लेकर कांवड़िए वापस पदयात्रा करतें हुए रात्रि विश्राम के लिए नारायणबगड़ पहुंचेंगे और इस पूरे यात्रा काल में कावंडियों की दोनों समितियों की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि नारायण बगड़ में रात्रि विश्राम पर भजन कीर्तन और भोजन की व्यवस्था की गई है और 31 जुलाई को प्रातः कावंडिए महामृत्युंजय महादेव मंदिर, कमलेश्वर महादेव मंदिर,कौबेश्वर महादेव मंदिर,मालेश्वर महादेव मंदिर, मींगेश्वर महादेव मंदिर,कुश महादेव मंदिर आदि शिवालयों के लिए पदयात्रा करते हुए प्रस्थान करेंगे। दोनों समितियों ने लोगों से कावंड यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सामिल होकर पुण्य अर्जित करने की अपील की है।
इस अवसर पर महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सिंह,सचिव जयपाल सिंह, कांवड़ यात्रा समिति के बिक्रम सिंह,अवधेश शाह, देवेंद्र पाल सिंह,अबलसिंह सणकोटी, दलवीर नेगी,लक्ष्मण सिंह,दयाल सिंह,प्रेम सिंह,दर्शन सिंह, भोलेनाथ शाह, पूर्व कनिष्ठ उप प्रमुख दलवीर रावत आदि बड़ी संख्या में समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।प्रखंड के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें लगातार हो रही बारिश के चलते अलग-अलग स्थानों पर आवागमन के लिए बाधित हो गई है।
प्रखंड में परखाल-सिलोडी मोटर मार्ग कई दिनों से चट्टान से पानी युक्त मलवा आने के कारण यातायात के लिए ठप पड़ी हुई है। इसी तरह परखाल -चोपता मोटर मार्ग भी अगोड़ा गधेरा और अन्य जगहों पर बार बार मालवा पत्थर आने से आवागमन के लिए लोगों की मुसीबत का सबब बन गई है। इसी तरह कुछ ही साल पहले करोड़ों रुपए खर्च करके सुधारीकरण के नाम पर पलीता लगाकर नारायणबगड़ -परखाल चोपता मोटर मार्ग भी अपनी घटिया निर्माण और बिना रखरखाव की गाथा गा रहा है।
जहां इस सड़क पर बारिश के दरमियान जल निकास नालियों के अवरूद्ध होने के कारण सड़क पर मलवा पत्थरों का ढेर लग जा रहा है तो वहीं इस सड़क पर बरसात से पहले ही असंख्य गड्ढों में क्षेत्र के लोग हिचकोले खाते हुए जान हथेली पर रखकर सफर करने को विवश हैं। नारायणबगड़ में पिंण्डर नदी पर बना नारायणबगड़ -परखाल -चोपता -सिलोडी -सणकोट -डुंग्री क्षेत्र के विभिन्न सड़कों और दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला एक मात्र पुल पिछले कई दिनों से क्षतिग्रस्त है जिसपर भारी वाहनों का आवागमन रोका गया है जिससे क्षेत्र में सरकारी और निजी निर्माण कार्यों के लिए सामाग्रियों को ले जाने में भारी दिक्कतों का सामना भी लोगों को करना पड़ रहा है।
इसी तरह परखाल -सणकोट मोटर मार्ग, परखाल -डुग्री-पैतोली मोटर मार्ग, परखाल -जुनेर मोटर मार्ग पर भी वर्षों से गड्ढों में तब्दील हो रखें हैं जिनपर बरसात के दौरान सफर करना मौत को दावत देने समान हो रहे हैं। दूसरी तरफ मींग गधेरा-गढकओट-खैनोली-करचूडां मोटर मार्ग पर पिछ्ले दिनों से चल रहे पार्ट-टू के निर्माण में भी भारी निम्न गुणवत्ता के निर्माण कार्यों की शिकायत ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए जाने के बावजूद भी इस मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य में सुधार नहीं करने के कारण बरसात के शुरूआत में ही यह सड़क जगह जगह टूटकर गडकोट गांव के लोगों के खेतों,गौशालाओं तथा आवासीय मकानों की तरफ घुस रहे हैं।
जिला पंचायत प्रतिनिधि देवराज रावत,ग्रामीण धीरेन्द्र सिंह नेगी आदि ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से सड़क के पार्ट टू के खराब निमार्ण कार्य की बार बार शिकायतें की गई लेकिन विभाग की ओर से निर्माणदाई संस्था को सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुधारने के लिए नहीं कहा गया बताया कि यह सड़क जगह जगह टूट रही है और बारिश के चलते इसका पानी, मलवा,पत्थर लोगों के खेत खलिहानों, गौशालाओं और आवासीय मकानों की तरफ घुस रहा है जिससे लोगों में दहशत का माहोल भी बना हुआ है।
लोनिवि के ऐई निरंजन सिंह रावत ने दूरभाष पर बताया कि वे अभी यहां पर नये आए हैं लेकिन मामला उनके संज्ञान में आया है और निर्माणदाई संस्था को उन्होंने निर्माण में सुधार लाने को कहा है और वर्तमान की सूचना पर भी वे निर्देशित करेंगे कि बरसात के दौरान लोगों की संपत्तियों को कोई नुक्सान न होने पाएं इसका सख्ती से ध्यान रखने को कहेंगे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक