बीएसएनके न्यूज डेस्क/स्पोर्ट्स :- टीम इंडिया 18 जनवरी को उज्बेकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। इस मैच में टीम को हार से बचना होगा। अगर टीम इंडिया जीत हासिल नहीं कर पाती है तो उसे कम से कम ड्रॉ पर मैच को समाप्त करना होगा। अगर टीम हारती है तो अगले दौर की उम्मीदें काफी कम हो जाएंगी।
करिश्माई भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री ने एएफसी एशियाई कप के पहले मैच में मजबूत ऑस्ट्रेलिया से 0-2 की हार के बाद टीम के साथी खिलाड़ियों से उज्बेकिस्तान के खिलाफ मैच पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है। ‘ब्लू टाइगर्स’ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशिया की शीर्ष रैंकिंग वाली टीम को पहले हाफ में गोलरहित बराबरी पर रोके रखा।
छेत्री ने एआईएफएफ वेबसाइट पर कहा, ‘इस तरह के मैचों के अपने फायदे और नुकसान हैं। एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खेलना आसान नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस तरह की टीमों से खेलने के आदी नहीं हैं, क्योंकि हम अक्सर उनके खिलाफ नहीं खेलते हैं। आप इस तरह के मैचों से कुछ उम्मीद के साथ मैदान पर नहीं उतरते है।’
पहले मैच में गोल नहीं कर पाए थे सुनील छेत्री
साल 2005 में अपना करियर शुरू करने वाले भारतीय कप्तान अपने 93 गोलों की संख्या में इजाफा करने में असफल रहे, लेकिन उन्होंने कहा कि अब उनका ध्यान 18 जनवरी को उज्बेकिस्तान के खिलाफ मैच पर है।