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‘नेतन्याहू हिटलर से अलग नहीं’, गाजा पर हमले तेज होने पर भड़के एर्दोगन; पांच पॉइंट में जानें सब कुछ

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बीएसएनके न्यूज डेस्क/अंतरराष्ट्रीय :- इस्राइली सेना लगातार गाजा पट्टी में अपने जमीनी हमले का विस्तार कर रही है। बताया जा रहा है कि इस्राइल के रक्षा बलों ने वेस्ट बैंक में स्थित एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया, जिसमें कम से कम छह फलस्तीन मारे गए।

हमास और इस्राइल के बीच दो माह से अधिक समय से जंग जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोगों की मौत हो गई है। जहां इस्राइल ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं, अब आतंकी समूह भी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। फिलहाल न तो जंग की रफ्तार कम हो रही है और न ही लोगों की जान की परवाह की जा रही है। एक तरफ, इस्राइली सेना लगातार गाजा पट्टी में अपने जमीनी हमले का विस्तार कर रही है। बताया जा रहा है कि इस्राइल के रक्षा बलों ने वेस्ट बैंक में स्थित एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया, जिसमें कम से कम छह फलस्तीन मारे गए। वहीं दूसरी ओर, लेबनान की ओर से दागे गए रॉकेटों के कारण बुधवार को उत्तरी इस्राइल में बार-बार सायरन बजने लगे। इससे जंग और बढ़ गई।

सात अक्तूबर को हुआ हमला अब भी जारी
इस्राइल के शीर्ष जनरल ने संकल्प लिया कि देश की सेना हिजबुल्ला आतंकवादी समूह से लड़ने के लिए तैयार है। गौरतलब है, हमास ने गाजा से सात अक्तूबर को अचानक थोड़े-थोड़े अंतराल पर इस्राइली शहरों पर ताबड़तोड़ करीब 5,000 रॉकेट दाग दिए थे। यही नहीं, हमास के बंदूकधारी इस्राइली शहरों में भी घुस आए थे और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर हमले किए थे। इस दौरान कई इस्राइली सैनिकों को बंधक भी बना लिया गया। इस्राइल और फलस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच युद्ध में अब तक 21000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हमास की तरफ से अचानक किए गए हमलों में इस्राइल के 1200 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, इस्राइल की ओर से पलटवार में गाजा पट्टी से करीब 20,900 मौतों की जानकारी सामने आई है।
आइए जानते है हाल में क्या कुछ हुआ-

1. इस्राइली बल तीनों-जमीन, समुद्र और वायु तरीके से गाजा पर हमले कर रहा है। इस हमले में फलस्तीन अधिकारियों ने दर्जनों और मौतों की सूचना दी है। इस्राइली विमानों ने मध्य गाजा के अल नुसीरात में तीन हमले किए, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। संयुक्त राष्ट्र विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, उसके कर्मचारियों ने खान यूनिस और मध्य क्षेत्र में भारी हमलों से हजारों लोगों को पैदल, गधों या कारों में भागते देखा था। बुधवार को कहा गया कि सड़क के किनारे अस्थायी आश्रय बनाए जा रहे हैं।

2. तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तुलना एडोल्फ हिटलर से की है। साथ ही उन्होंने इस्राइल का समर्थन करने के लिए अमेरिका पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 20 हजार लोगों की मौत में अमेरिका का भी हाथ है। उन्होंने एक वायरल वीडियो, जिसमें इस्राइली सैनिकों को गाजा के एक स्टेडियम में अर्धनग्न पुरुषों को घेरते हुए दिखाया गया है, पर कहा, ‘हमने स्टेडियमों में इस्राइल के नाजी शिविरों को देखा है। है ना? यह क्या है? याद है कि वे हिटलर के बारे में कितने अजीब तरीके से बात करते थे? आप हिटलर से अलग कैसे हैं?’
3. एरोगन की टिप्पणी के जवाब में, नेतन्याहू ने कहा, ‘एर्दोगन, जो कुर्दों के खिलाफ नरसंहार कर रहे हैं और जिनके पास अपने शासन का विरोध करने वाले पत्रकारों को कैद करने का विश्व रिकॉर्ड है, वह अंतिम व्यक्ति हैं जो हमें नैतिकता का ज्ञान दे सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि आईडीएफ दुनिया की सबसे नैतिक सेना है, वो हमास-आईएसआईएस को खत्म करने के लिए लड़ रही है। इन संगठनों की एर्दोगन ने प्रशंसा की है।

4. इस्राइली सेना ने गाजा के कई अस्पतालों के अंदर और उसके आसपास हमास की सुरंगों के होने का दावा किया है। इस्राइली रक्षा बलों का कहना है कि रंतिसी अस्पताल सिर्फ एक और आतंकवादी गढ़ है, जिसका उपयोग इस्राइलियों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पूरे गाजा में आतंकवादियों और हथियारों को जोड़ने व स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है।

5. फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि वेस्ट बैंक शहर तुलकरम में इस्राइल के एक ड्रोन हमले में छह फलस्तीनियों की मौत हो गई है। इस्राइली सेना ने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने उसके बलों पर हमला किया और उन पर विस्फोटक उपकरण फेंके। इसमें कहा गया है कि हमलावरों पर इस्राइली वायु सेना के एक विमान ने हमला किया।यह लड़ाई तुलकरम में नूर शम्स शरणार्थी शिविर में हुई है।