बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। एनआईआईएफटी डिज़ाइन, प्रबन्धन एवं प्रोद्यौगिकी के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करता है, जहाँ देश भर से महत्वाकांक्षी विद्यार्थी आकर इसके शिक्षा कार्यक्रमों से लाभान्वित होते हैं। जिसमें नये सत्र में प्रवेश के लिए पंजीकरण की तिथि घोषित करने के लिए संस्थान द्वारा शुक्रवार को राजपुर रोड़ स्थित होटल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।
प्रेसवार्ता के दौरान एनआईआईएफटी की प्रधानाचार्या डॉ0 सिमृता सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री एवं उद्योग और वाणिज्य मंत्री पंजाब श्री भगवंत मान के गतिशील नेतृत्व और सक्षम मार्गदर्शन में एनआईआईएफटी कार्य कर रहा है। साथ ही दिलीप कुमार, आईएएस, मुख्य सचिव उद्योग एवं वाणिज्य पंजाब सरकार, अध्यक्ष एनआईआईएफटी एवं सिबिन सी निदेशक उद्योग पंजाब एवं महानिदेशक एनआईआईएफटी और गीतिका सिंह पीसीएस निदेशक एनआईआईएफटी द्वारा प्रशासित करने के साथ छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए अपना अमूल्य मार्गदर्शन दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि एनआईआईएफटी की स्थापना मोहाली में 1995 में पंजाब सरकार के द्वारा उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के तहत की गई। साल दर साल यह संस्थान अपने प्रोग्राम में नए पाठ्यक्रमों को शामिल कर रहा है और परिधान उद्योग के साथ इसके लगातार बेहतर संबंध स्थापित हो रहें हैं। फैशन के कारोबार में उद्योग जगत को प्रशिक्षित पेशेवर उपलब्ध कराने के लिए एनआईआईएफटी, मोहाली ने साल 2008 में लुधियाना और 2009 में जालंधर केन्द्रों की स्थापना की।
संस्थान निम्नलिखित पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता हैः-
• 10+2 के बाद फैशन डिज़ाइन में बी. एस. सी.
• 10+2 के बाद टेक्सटाईल डिज़ाइन में बी. एस. सी.
• 10+2 के बाद फैशन डिज़ाइन (निट्स) में बी. एस. सी.
• स्नातक के बाद परिधान विनिर्माण प्रोद्यौगिकी (गारमेन्ट मैनुफैक्चरिंग टेकनोलोजी) में एम. एस. सी.
• स्नातक के बाद फैशन विपणन एवं प्रबन्धन (फैशन मार्केटिंग एण्ड मैनेजमेन्ट) में एम. एस. सी
• स्नातक के बाद फैशन और टेक्सटाइल में एम. डेस.
एनआईआईएफटी की प्रधानाचार्या डॉ0 सिमृता सिंह ने पत्रकारों को बताया कि तीनों केन्द्रों पर सभी स्नातक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों का प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। जिसका आयोजन माह जून, 2022 में होना है। उन्होंने बताया कि परीक्षा की योग्यता के आधार पर ही स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश दिया जायेगा।
प्रधानाचार्या ने कहा कि जालंधर में नए अत्याधुनिक भवन के शुभारंभ के साथ एनआईआईएफटी ने जालंधर में सभी सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले पहले 10 विद्यार्थियों को फीस में छूट की घोषणा की है। जिस के लिए ऑनलाईन पंजीकरण शुरू हो गये हैं एवं आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 23 मई, 2022 है। जिसकी विस्तृत जानकारी वेबसाईट www.niiftindia.com पर उपलब्ध है।
मोहाली, लुधियाना और जालंधर अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से युक्त तीनों परिसर सभी सुविधाओं से लैस है जैसेः डिजिटल क्लासरूम और स्टूडियो, वाई-फाई कैंपस, लाइब्रेरी, रिसोर्स सेंटर, आर्ट स्टूडियो, पूरी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग नवीनतम विशेष डिजाइन सॉफ्टवेयर के साथ मौजूद हैं। .
पत्रकारों को जानकारी देते हुए, जालंधर परिसर की प्रधानाचार्या डॉ. सिमृता सिंह ने बताया कि एनआईआईएफटी फैशन उद्योग की जरूरतों के अनुसार फैशन डिजाइन और वस्त्र प्रौद्योगिकी, परिधान मर्चेंडाइजिंग आदि के क्षेत्र में और अधिक पेशेवर कार्यक्रम, अल्पकालिक प्रमाणपत्र कार्यक्रम, व्यावसायिक कार्यक्रम शुरू करेगा।
एनआईआईएफटी सभी क्षेत्रों जैसे फैशन डिज़ाइन, टेक्सटाईल डिज़ाइन, निटवेअर डिजा़इन एंड टेक्नोलॉजी में स्नातक और गारमेन्ट मैनुफैक्चरिंग टैकनोलोजी, फैशन मार्केटिंग मैनेजमेन्ट में स्नातकोत्तर और फैशन और टेक्सटाइल में एम. डेस. पास होने वाले विद्यार्थियों को लगभग 100 फीसदी प्लेसमेन्ट उपलब्ध कराता है। विद्यार्थियों को कई अग्रणी कम्पनियों जैसे जारा, लाइफस्टाइल, मार्क्स एंड स्पेंसर, कैपसन्स, ट्राइडेंट वर्धमान, ओरिएंट क्राफ्ट, टाइनोर, कैस्केड, ऑक्टेव, अनामिका खन्ना, तरुण तहिलियानी, सत्यपॉल, रितु कुमार, जे जे वलाया, सुनैना खेरा आदि कंपनियों में नौकरियां दी गई हैं।
हमारे फैशन डिज़ाइन के विद्यार्थी ऐसी अंतः विषयी शिक्षा प्राप्त करते हैं जो उन्हें उद्योग जगत की भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती है। दोनों संस्थानों एवं फैकल्टी के सहयोग से सभी विद्यार्थियों को अपने पेशे में कामयाबी हासिल करने का मौका मिलता है।
इससे पूर्व गुरुवार को बल्लूपुर चौक स्थित पहल डिजाईन संस्थान में विश्व पृथ्वी दिवस पर “लोगों को प्रकृति से जोड़ें” विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 70 छात्रों ने भाग लिया। जिसमें रिशिमा भूटानी प्रथम, शांभवी रतूरी दूसरे व सार्थक सिंह खरोला तृतीय स्थान पर रहे छात्रों को क्रमशः पांच हजार, तीन हजार व दो हजार पुरस्कार के रूप में दिया गया।
प्रैस वार्ता के दौरान पहल संस्थान देहरादून के निदेशक विजय ठाकुर, एनआईआईएफटी के असिस्टेंट प्रो0 अजय सिंह और राजिंदर शर्मा मौजूद थे।