Home उत्तराखण्ड नवनिर्मित महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवीधुरा में नंदी महाराज को किया स्थापित

नवनिर्मित महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवीधुरा में नंदी महाराज को किया स्थापित

बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। सोमवार को नवनिर्मित महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवीधुरा में नंदी महाराज को स्थापित किया गया।

गोवत्स द्वादशी के शुभ मुहूर्त में सोमवार को देवीधुरा पर्वत शिखर पर विराजमान महामृत्युंजय महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना,हवन आदि अनुष्ठान कर नंदी महाराज जी को मंदिर के द्वार पर हर्षोल्लास के साथ प्रतिष्ठापित किया गया ।

सर्व प्रथम सोमवार प्रातः परखाल बाजार से डेढ़ कुंतल से भी अधिक भार वाले नंदी महाराज को तैत्तीस गांवों के मंदिर उप समिति के प्रतिनिधियों एवं श्रद्धालूओं ने कांधों पर लादकर जयकारों के साथ देवीधुरा पर्वत शिखर पर विराजमान महामृत्युंजय महादेव मंदिर तक पहुंचाया।

बताते चलें कि इन नंदी महाराज जी को स्थानीय चोपता गांव के दिनेश प्रसाद सती ने दिल्ली से महामृत्युंजय महादेव मंदिर के लिए दान स्वरूप भेंट किया है और उन्होंने ही दूसरे नंदी महाराज को कुशदेव महादेव मंदिर के लिए भी भेंट किया है।

कुशदेव महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष सुजान सिंह मेहरा ग्राम प्रधान डॉ भूपेंद्र सिंह मेहरा ने बताया कि 16 जुलाई को भंगोटा गांव से कुशदेव महादेव मंदिर में पहुंचाई जायेगी और सावन के पहले सोमवार के दिन नंदी महाराज को स्थापित किया जायेगा।

सोमवार को महामृत्युंजय महादेव मंदिर में सबसे पहले मंदिर के कपाट खोले गए जिसके बाद मंदिर के रावलों और पुजारियों ने भगवान आशुतोष महामृत्युंजय की विधिविधान से जलाभिषेक और पूजा अर्चना की।इसके बाद नंदी महाराज की पूजा अर्चना स्नान किया गया‌ तदुपरांत उनको मंदिर के सामने आसन पर विराजमान कर दिया गया। मंदिर परिक्रमा करने के बाद हवन शाला में मंत्रोच्चार के साथ हवन किया गया।

मंदिर समिति के अध्यक्ष बृजमोहन बुटोला ने दिल्ली प्रवासी दिनेश प्रसाद सती के द्वारा नवनिर्मित महामृत्युंजय महादेव मंदिर के लिए सहयोग करने पर उनका धन्यवाद देते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं हैं। पूजा अर्चना आदि अनुष्ठान को पंडित सुरेन्द्र प्रसाद पाण्डे,रावल थानसिंह आदि पंडितों और पुजारियों ने संपन्न कराए।

इस अवसर पर मंदिर समिति के सचिव जयपाल सिंह बुटोला, निर्माण कमेटी के अध्यक्ष भगत सिंह बुटोला, कोषाध्यक्ष अब्बल सिंह सणकोटी,देवेंद्र पाल सिंह परिहार,गंगा सिंह,रघुवीर सिंह,दुलप सिंह,पूष्कर रावत,दुलप सिंह, कुंवर सिंह आदि उपस्थित रहे।