बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। राजकीय पशु चिकित्सालय नारायणबगड़ के चिकित्सक पर सूचना अधिनियम के तहत दी गई तीन सौ पन्नों की सूचना मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बड़े गड़बड़ झालों के आरोप लगाए हैं।
राजकीय पशु चिकित्सालय नारायणबगड़ में पूर्व में कार्यरत पशु चिकित्सक डॉ उदयशंकर गुप्ता पर सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र सिंह कनेरी,सांसद प्रतिनिधि सुदर्शन सिंह आदि ने बड़े घोटालों का आरोप लगाया है।
उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग से गरीब काश्तकारों को दी जाने वाली सरकार की लाभकारी योजनाओं में पशु चिकित्सक द्वारा गाय,भेड़,बकरी,मुर्गी पालन आदि योजनाओं के तहत मनमानी और फर्जीवाड़ा कर वितरण किया गया है और कहा कि सूचना में दी गई जानकारी के अनुसार बहुत सारे लाभार्थी फर्जी हैं।
उन्होंने शासन प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की और चेतावनी दी है कि यदि जल्दी ही निष्पक्ष जांच नहीं की जाती है तो क्षेत्रीय जनता बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी,यही नहीं सुरेन्द्र सिंह कनेरी आदि ने कहा कि इस संबंध में वे एक शिष्टमंडल लेकर निदेशालय, मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री सौरभ बहुगुणा से मिलकर जांच करवाने की बात कही है।
पशु चिकित्सालय में एकत्रित हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अस्पताल भवन के जीर्णशीर्ण हालत पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए कहा कि जिस चिकित्सालय में लाखों की योजनाओ की बंदरबांट की गई है।
वहीं चिकित्सालय भवन,फर्नीचर अपनी जर्जर हालत पर आंसू बहा रहा है यहां तक की अस्पताल की फटेहाल कुर्सियों पर टल्ले तट तक लगाने की जहमत भी नहीं उठाई गई है।
हालांकि राजकीय पशु चिकित्सालय नारायणबगड़ में पूर्व में कार्यरत पशु चिकित्सक डॉ उदयशंकर गुप्ता ने इस संबंध में देहरादून से दूरभाष पर बताया कि उनके द्वारा काश्तकारों के लिए जो भी योजनाएं वितरित की गई हैं। वह सभी सही तरीके से वितरित की गई है उनमें कुछ भी फर्जीवाड़ा नहीं किया गया है।
लेकिन अब जब उपरोक्त लोगों ने पशु चिकित्सक द्वारा फर्जीवाड़ा करने के ओरोप लगाकर जांच की मांग की है और सूचना अधिनियम के तहत उनके पास तीन सौ पन्नों की सूचना रिपोर्ट भी है तो देखने वाली बात होगी कि इस सिलसिले में क्या जांच की जाती है,यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक