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प्रधानाचार्य संगठन ने प्रधानाचार्यो के पद पर नयीं भर्ती करने के फैसले का किया विरोध

बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। प्रभारी प्रधानाचार्य संगठन ने सरकार के प्रधानाचार्य के पद पर नयीं भर्ती करने के फैसले का घोर विरोध करते हुए पदोन्नति से ही प्रधानाचार्यो के पदों को शत प्रतिशत भरे जाने की मांग उठाई है।

बुधवार को प्रभारी प्रधानाचार्य संगठन के प्रदेश संयोजक रमेश देवराडी की अध्यक्षता में हुई प्रभारी प्रधानाचार्यो की बैठक में सरकार द्वारा प्रधानाचार्य पद पर नयीं भर्तियां किए जाने के फैसले का प्रभारी प्रधानाचार्यों के द्वारा पुरजोर विरोध किया गया है।

संगठन के प्रदेश संयोजक रमेश देवराडी ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि पिछले कई वर्षों से वरिष्ठ शिक्षक प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर बिना किसी लाभ के कार्य करते हुए आ रहे हैं और उनके सामने जहां एक ओर उनको अपने विषय का शिक्षण करने की जिम्मेदारी है।

तो वहीं दूसरी ओर प्रधानाचार्य के पद का दायित्व का निर्वहन भी बखूबी निभाकर सरकार के करोड़ों रुपए भी बचा रहे हैं। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा है कि जब प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति से भरे जाने का समय आया तो सरकार ने नयीं भर्ती निकालकर उन वरिष्ठ शिक्षकों के साथ अन्याय किया है जो वर्षों से प्रभारी प्रधानाचार्य पद की जिम्मेदारी निभाते हुए पदोन्नति की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

संगठन ने सरकार से मांग की है कि नयी भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर प्रधानाचार्य पद पर शत प्रतिशत पदोन्नति होनी चाहिए।संगठन के प्रदेश संयोजक ने बताया कि जल्दी ही संयोजक मंडल मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से इस संबंध में वार्ता करेगा और साथ ही प्रभारी प्रधानाचार्यो को डीडीओ पावर दिए जाने की मांग भी करेगा।

प्रैस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस पर भी अगर सरकार ने नयीं भर्ती के फैसले को समाप्त करने व डीडीओ पावर दिए जाने की मांगों को नहीं माना तो प्रदेश भर के समस्त प्रभारी प्रधानाचार्य आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे तथा सामुहिक रूप से प्रधानाचार्य के प्रभार को छोड़ने के लिए भी मजबूर होंगे। बैठक में नरेंद्र सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह रावत,महेंद्र सिंह,नंदा बल्लभ,सुभाष, दिनेश रावत आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक