बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। कनखुल(कपीरी) की राजराजेश्वरी जिठाई देवी की दिवारा यात्रा बुधवार को पंती गांव से विदा होकर नारायणबगड़ कस्बे के भ्रमण पर पहुंची। इस अवसर पर देवी ने श्रद्धालुओं को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया।
चौदह वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अपनी ध्याणियों से मिलने निकली कनखुल कपीरी पट्टी की राजराजेश्वरी जिठाई देवी की दिवारा यात्रा आजकल तल्ला बधाण के गांवों का भ्रमण कर अपनी ध्याणियों और श्रद्धालुओं को दर्शन देकर आशीर्वाद दे रही है।
इसी क्रम में मंगलवार को पंती गांव में रात्रि प्रवास के बाद बुधवार को राजराजेश्वरी जिठाई देवी नारायणबगड़ कस्बे में पहुंची। नारायणबगड़ कस्बे में कपीरी पट्टी की ध्याणियां और आम श्रद्धालु सुबह से ही राजराजेश्वरी जिठाई देवी के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे। दोपहर एक बजे के करीब दिवरा यात्रा के नारायणबगड़ पहुंचने पर लोगों ने जयकारों के साथ राजराजेश्वरी जिठाई देवी का अभिनंदन किया।
मां जिठाई देवी ने भी घर-घर जाकर लोगों को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया। राजराजेश्वरी जिठाई देवी दिवरा यात्रा के अध्यक्ष भरत सिंह बिष्ट ने बताया कि नवंबर के महीने देवी मंदिर गर्भगृह से बाहर प्रस्थान हुई। इसके बाद तीन महीने देवी गांव से बाहर दूसरे गांव में रही जहां पर दिवारा यात्रा की तैयारियां पूरी की गई। बताया कि सभी तैयारियां पूरी होने के बाद दो दिसंबर को देवी भ्रमण के लिए निकली।
बताया कि दिवारा यात्रा गांव से दक्षिण दिशा की ओर प्रस्थान करती है इसके तहत चांदपुर क्षेत्र के डिम्मर,लंगासू,मैखुरा आदि गांवों का भ्रमण करने के बाद तल्ला बधाण के गांवों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं और ध्याणियों से भेंट कर राजराजेश्वरी जिठाई देवी उन्हें आशीर्वाद दे रही है।
नारायणबगड़ कस्बे के भ्रमण के बाद रात्रि प्रवास के लिए केवर गांव पहुंची। ग्रामवासी गांव से पहले दिवारा यात्रा की आगवानी के लिए आए और जयकारों से जिठाईं देवी का स्वागत किया।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक
