बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। भारत में कारों के सबसे बड़े यूरोपीय ब्रांड, रेनो ने BS VI स्टेज-2 के उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने के लिए अपने वाहनों की पूरी रेंज को अपग्रेड किया है, जिसमें काइगर, ट्राइबर और क्विड शामिल हैं। ब्रांड द्वारा उठाया गया यह कदम, वाहनों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए रेनो की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। BS VI स्टेज-2 के उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप सभी रेंज के वाहनों में सुरक्षा की सबसे बेहतर सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी।
BS VI के दूसरे चरण को लागू करने के साथ-साथ रेनो की सभी कारों में सेल्फ डायग्नोस्टिक डिवाइस भी लगाई गई है। यह डिवाइस गाड़ी चलाते समय वाहन के उत्सर्जन स्तर पर लगातार नजर रखेगा, साथ ही कैटेलिटिक कन्वर्टर और ऑक्सीजन सेंसर जैसे दूसरे महत्वपूर्ण उत्सर्जन उपकरणों की निगरानी भी करेगा।
मामिल्लपल्ले, कंट्री सीईओ एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, रेनो इंडिया ऑपरेशंस ने कहा, “रेनो इंडिया पर्यावरण को स्वच्छ एवं हरा-भरा बनाने के भारत सरकार के विजन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारे सभी रेंज के वाहनों में नए BS-VI स्टेज 2 के अनुरूप पेट्रोल इंजन लगाए गए हैं, जिससे निश्चित तौर पर उत्सर्जन में काफी कमी आएगी, और इस तरह हमारे वाहन पर्यावरण को सुरक्षित एवं स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देंगे।
मामिल्लपल्ले ने आगे कहा, “हमारे लिए सुरक्षा सबसे ज्यादा मायने रखती है और हमारी नई 2023 रेंज में अव्वल दर्जे की सुरक्षा सुविधाएँ पेश की गई हैं। हमारा यह कदम, दर्शाता है कि रेनो भारतीय ग्राहकों के लिए विश्वस्तरीय सुरक्षा के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ कारों के निर्माण के अपने वादे पर कायम है।
रेनो के प्रमुख प्रोडक्ट लाइन-अप – यानी काइगर, ट्राइबर और क्विड में अपग्रेड के हिस्से के रूप में अव्वल दर्जे की सुरक्षा सुविधाएँ पेश की गई हैं। रेनो काइगर और ट्राइबर को पूरी दुनिया में कारों का मूल्यांकन करने वाले अग्रणी कार्यक्रम, ग्लोबल NCAP द्वारा वयस्क यात्रियों की सुरक्षा के लिए 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई है, और इस तरह दोनों वाहनों ने सुरक्षा के मामले में एक नई मिसाल कायम की है। एक तरफ बेमिसाल परफॉर्मेंस वाला रेनो काइगर यात्रियों को स्पोर्टी ड्राइव का अनुभव प्रदान करता है, तो दूसरी तरफ रेनो ट्राइबर उत्कृष्ट गुणवत्ता, मॉड्यूलेरिटी, शानदार डिजाइन और बेहतर मूल्य पैकेजिंग के साथ बेहद आकर्षक डिजाइन के मामले में बेजोड़ मूल्य प्रस्ताव पेश करता है।
ब्रांड के सभी रेंज के वाहनों में स्टैंडर्ड फीचर्स के रूप में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ESP), हिल स्टार्ट असिस्ट (HSA), ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (TCS) और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) को शामिल करने से सुरक्षा का स्तर काफी बढ़ गया है। ESP और TCS फीचर्स वाहन को स्थिरता प्रदान करने के साथ-साथ दुर्घटना के जोखिम को कम करते हैं, जबकि TPMS ड्राइवर को टायर प्रेशर की लगातार निगरानी करने और उसी के अनुरूप एडजस्ट करने की अनुमति देता है, जिससे सड़क सुरक्षा के साथ-साथ वाहन की दक्षता भी बढ़ जाती है। क्विड के कुछ खास वेरिएंट के साथ-साथ काइगर एवं ट्राइबर रेंज में हिल स्टार्ट असिस्ट (HSA) को शामिल किया गया है, जो ग्राहकों के लिए पूरी तरह पैसा वसूल प्रस्ताव सुनिश्चित करता है।
नए जमाने के SUV से प्रेरित बेहतरीन डिजाइन और इस श्रेणी में सबसे शानदार सुविधाओं वाला रेनो क्विड वाहन खरीदारों के लिए बेहद किफायती है, जिसने भारत में एंट्री सेगमेंट के स्वरूप को बदल दिया है। MT वर्जन में 1.0L पावरट्रेन से लैस बिल्कुल नए RXL वेरिएंट के लॉन्च के साथ क्विड पहले से भी अधिक आकर्षक बन गया है, जो 4.69 लाख रुपये की बेहद प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपलब्ध है। क्विड रेंज में ORVM पर टर्न इंडिकेटर्स दिए गए हैं, साथ ही इसकी स्टीयरिंग पर लगाए गए ऑडियो एवं फोन कंट्रोल्स यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करते हैं।
की सभी कतारों में बैठने के लिए पर्याप्त जगह मौजूद है, और 4 मीटर से कम की श्रेणी के इस वाहन में एक से सात वयस्क बड़े आराम से बैठ सकते हैं। यह 625L का बूट स्पेस भी प्रदान करता है, जो इस श्रेणी में सर्वाधिक है। 2023 रेंज में नई सीट अपहोल्स्ट्री के साथ नए क्रोम फिनिश एक्सटीरियर डोर हैंडल लगाए गए हैं, जो ट्राइबर रेंज की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देते हैं।
आज से रेनो के सभी अधिकृत डीलरशिप पर BS VI स्टेज-2 के उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप ब्रांड के सभी रेंज के वाहनों की डिलीवरी शुरू हो गई है। रेनो इंडिया भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ विजन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। रेनो ने अपने चेन्नई प्रोडक्शन प्लांट, लॉजिस्टिक्स एवं टेक्नोलॉजी सेंटर और डिजाइन स्टूडियो के साथ स्थानीय तौर पर अपनी मौजूदगी को मजबूत बनाने पर बल दिया है। वर्ष 2015 में लॉन्च की गई रेनो क्विड का 98% से अधिक निर्माण स्थानीय स्तर पर किया गया है, जो सही मायने में ‘मेक इन इंडिया’ की विचारधारा को दर्शाता है।
रेनो इंडिया ने ‘मेक इन इंडिया’ की सोच पर मजबूती से ध्यान देते हुए वर्ष 2019 में ट्राइबर और वर्ष 2021 में काइगर को लॉन्च किया। काइगर और ट्राइबर, दोनों की परिकल्पना, विकास और उत्पादन भारत में की गई, और इन दोनों को भारतीय ग्राहकों के लिए तैयार किया गया था, जिसके चलते इन्हें दुनिया के सामने ले जाने से पहले भारत में पेश किया गया। इन दोनों वाहनों ने भारत की डिजाइन, इंजीनियरिंग और विश्व स्तरीय निर्माण क्षमताओं की क्षमता का प्रदर्शन किया।