बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़,चमोली डेस्क । मींगेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पिछले पांच दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह यज्ञ कथा के छठवें दिवस पर क्षेत्र के कथानुरागियों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर कथा का रसपान किया।
सोमवार को मींगेश्वर महादेव मंदिर के सानिध्य में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह यज्ञ कथा में व्यास हरीश भारद्वाज जी महाराज ने कथा के आरंभ में कहा कि हम सभी को संसार में सभी जीवों का सत्कार करना चाहिए जिसमें किसी छोटे बड़े का भान और अहसास नहीं होना चाहिए। उन्होंने कथा में कहा कि कहीं भी हीरे-जवाहरात चढ़ाने से नहीं बल्कि भगवान जीव मात्र से प्रेम और दया भाव से प्रसन्न होते हैं। उन्होंने उद्धव जी और श्रीकृष्ण के बीच एक वार्तालाप के दृष्टांत में कहा कि माता-पिता ही इस श्रृष्टि में सर्वश्रेष्ठ और सर्वप्रथम पूजनीय हैं।
इसलिए हम सबको मात-पिता को ईश्वर से पहले प्रसन्न रखने का सतत् प्रयास करना चाहिए। माता-पिता की आज्ञा की अवहेलना करना और उनकी सेवा के बिना भगवान भी कभी खुश नहीं होते हैं। सोमवार की कथा में श्रीकृष्ण और रूक्मणी के विवाह की शानदार झांकी पर सैकड़ों की संख्या में कथा पांडाल में कथानुरागी भगवत भक्तों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत एवं आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर व्यास जी के माता-पिता उमादेवी एवं जगदीश प्रसाद भारद्वाज,श्रीमद्भागवत कथा आयोजन कमेटी के अध्यक्ष करण सिंह रावत, संयोजक दयाराम शर्मा, बीरेंद्र सिंह रावत,जयवीर सिंह,मन्साराम भारद्वाज,मंजीत सिंह,अनकपाल सिंह, धर्म सिंह,बृजमोहन सिंह, भगत सिंह बुटोला,पूर्व प्रधानाचार्य महावीर सिंह नेगी,अबली राम साहनी,आदि आयोजक कमेटी एवं कथानुरागी अतिथि गण उपस्थित थे।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक
