बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़,चमोली डेस्क । दोपहर बाद अचानक हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से क्षेत्र में काश्तकारों की खेतों में खड़ी गेहूं,जौ एवं अन्य मौसमी फसलों को भारी नुक़सान हुआ है तो वहीं क्षेत्र में नदी नालों और पैदल तथा मोटर मार्गों पर भारी मात्रा में पानी के उफान मारने से लोग जहां के तहां ठहरे रहे।
गुरुवार को दोपहर करीब पोने तीन बजे क्षेत्र में अचानक तेज बारिश और भारी ओलावृष्टि होने से लोगों को जहां का तहां ठिठकना पड़ गया।क्षेत्र के केवर गधेरा,पालछूनी गधेरा,बेडगांव-मानूर गधेरा जैसे छोटे नाले भयंकर रूप में उफान मारने लगे तथा सूखे हुए गाढ़-गधेरे भी अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि के पानी से उफ़ान मारने लगे जिससे लोगों में दहशत का माहौल भी दिखाई दिया।
ग्रामीण मोटर मार्गों पर जगह-जगह मलवा पत्थरों से यातायात में अवरोध उत्पन्न होने से ग्रामीणों को स्वयं ही सड़क से मलवा पत्थरों को हटाकर अपने गंतव्यों को पहुंचना पड़ा।परखाल-जुनेर-धुलेट मोटर मार्ग परखाल से आगे एक कीलों मीटर के पास पूरी तरह यातायात के लिए बंद हो गया है।इसी तरह मींगगधेरा-डांगतोली मोटर मार्ग तीन जगहों पर भारी मलवा आने के कारण बंद हो गया।इस मोटर मार्ग पर संबंधित कार्यदाई संस्था का जेसीबी भेजी जा रही है संभवतः देर शाम तक सड़क यातायात के लिए सुचारू हो सकेगी।
तेज बारिश और ओलावृष्टि से पैठाणी गांव का बाजार और स्कूल आने-जाने वाला रगडाम नामक स्थान पर बना एक मात्र पैदल पुलिया भी पानी के उफान में बह गया जिससे आम ग्रामीणों के साथ साथ छात्र-छात्राओं के लिए आवागमन में समस्या खड़ी हो गई है।
वहीं दूसरी ओर पूरे प्रखंड के क्षेत्रों में काश्तकारों की खेतों में खड़ी गेहूं,जौ,प्याज,लहसुन, धनिया और आजकल बोई गई मौसमी साग-सब्जियों की फसलों को ओलावृष्टि से भारी छति पहुंची है,सारी फसलें तहस-नहस हो कर रह गई हैं।जिस कारण यहां चारों तरफ काश्तकारों में मायूसी छा गई है।
बीआरओ द्वारा उचित जल निकास प्रबंध नहीं किए जाने से बाजार में घुस रहा मलवा पत्थर।
नारायणबगड़,चमोली डेस्क।
दूसरी तरफ,नारायणबगड़ का परखाल तिराहा बाजार और टैक्सी स्टैंड में बीआरओ की कर्णप्रयाग-ग्वालदम-बैजनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का मलवा पत्थरों युक्त पानी का बड़ी मात्रा में फैलने से व्यापारियों,वाहन चालकों तथा आम लोगों को भारी मुश्किलें झेलनी पड़ी। व्यापारी जगदीश सती,नरेंद्र सिंह,बिक्रम सिंह आदि ने बताया कि बरसात के दरम्यान हमेशा बीआरओ की मुख्य सड़क से मलवा पत्थरों का परखाल टैक्सी स्टैंड तथा बाजार में घुस जाना आम बात हो गई है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पहले भी बीआरओ से गुहार लगाई थी कि बीआरओ मुख्य सड़क पर पानी की निकासी के लिए समुचित व्यवस्था करें लेकिन बीआरओ की लापरवाही के चलते आए दिन बारिश में ऊपर से बीआरओ की मुख्य सड़क से भारी मात्रा में पानी और मिट्टी-पत्थर उनकी दुकानों की तरफ बहकर आते हैं जिससे लोगों और दुकानदारों को परेशानी झेलनी पड़ती है। व्यावसायियों ने बीआरओ से पुनः गुहार लगाई है कि मानसून सत्र से पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर बारिश के दौरान जमा होने वाले पानी की निकासी के लिए उचित प्रबंध किए जाएं ताकि भविष्य में किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा ,स्थानीय संपादक
