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उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में इस बार तीर्थयात्रियों का पिछला रिकॉर्ड टूटने की संभावना

बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में इस बार तीर्थयात्रियों का पिछला रिकॉर्ड टूटने की संभावना है। कोविड पूर्व काल में वर्ष 2019 में रिकॉर्ड 34 लाख यात्री आए थे। लेकिन पिछले महीने अक्षय तृतीया से आरंभ हुई चारधाम यात्रा में एक ही महीने की अवधि में उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 16 लाख तक पहुँच चुकी है।

तीर्थयात्रियों की इस बढ़ती संख्या से स्पष्ट है कि चारधाम यात्रा की लोकप्रियता और उत्तराखंड के प्रति देशभर में लोगों का आकर्षण तेज़ी से बढ़ रहा है। 4 जून को 60414 तीर्थयात्रियों ने चारों धाम और हेमकुंड साहेब के दर्शन किये। अब तक केदारनाथ धाम में एक महीने में पाँच लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसके विपरीत वर्ष 2019 में पूरी यात्रा अवधि में 10 लाख लोग केदारनाथ के दर्शन करने पहुँचे थे। यह बात सचिवालय में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान पर्यटन सचिव ने कही।

यात्रियों की चारधाम यात्रा को सुखद व आरामदेह बनाने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग ने पहली बार यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है, ताकि किसी दिन विशेष पर धामों की धारण क्षमता के अनुरूप लोग वहां पहुंच सके और यात्रा प्रबंधन को बेहतर किया जा सके। पंजीकरण का उद्देश्य यात्रा मार्ग पर उपलब्ध सुविधाओं के अनुरूप संख्या में श्रद्धालुओं को धामों पर जाने के लिए पंजीकृत करना है।

 

जिससे कि उनकी यात्रा सुखद एवं सुरक्षित हो सके। चारधाम आने के इच्छुक तीर्थयात्री registrationandtouristcare.uk.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। एक दिन में यमुनोत्री धाम की धारण क्षमता 5000 तीर्थयात्रियों की है तो गंगोत्री धाम की 8000 यात्रियों की क्षमता निर्धारित है। केदारनाथ के लिए 13000, बद्रीनाथ के लिए 16000 और हेमकुंड साहिब के लिए 5000 तीर्थयात्री प्रतिदिन की धारण क्षमता निर्धारित है।

प्रेसवार्ता के दौरान पर्यटन सचिव ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार एक टोल फ्री कॉल सेंटर का संचालन भी किया जा रहा है। इसमें एक समय पर 6 लोगों को एक साथ यात्रा के संबंध में विविध जानकारियां दी जाती हैं और किसी प्रकार की समस्या की स्थिति में उसे संबंधित विभाग को सौंप दिया जाता है।

उत्तराखंड के बाहर से कॉल करने वाले 0135-1364 पर कॉल कर सकते है। जबकि राज्य के भीतर से कॉल करने वाले लोगों के लिए यह नंबर 1364 है। कॉल सेंटर में अब तक लगभग 12500 से अधिक कॉल रिसीव हो चुके हैं इस प्रकार प्रतिदिन लगभग 400 लोगों द्वारा कॉल सेंटर पर कॉल करके चार धाम यात्रा के संबंध में विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त बिना रजिस्ट्रेशन कराये चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुँच रहे लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने व्यापक इंतज़ाम किये हैं। ऋषिकेश तथा हरिद्वार में एसडीआरएफ तथा पर्यटन विभाग द्वारा फिजिकल रजिस्ट्रेशन केंद्रों के माध्यम से इन यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है।

प्रतिदिन औसतन पांच से छह हजार ऐसे श्रद्धालुओं को धामों के लिए पंजीकृत करते हुए यात्रा पर भेजा जा रहा है। ऋषिकेश में आईएसबीटी और हरिद्वार में चमगादड़ टापू पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर संचालित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त राज्य भर में कुल 18 फिजिकल पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं।रजिस्ट्रेशन काउंटर तथा मंदिरों में दर्शन हेतु कतार प्रबंधन के लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है।

पर्यटन सचिव ने कहा कि यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए भी पर्याप्त इंतज़ाम किये गये हैं। पहली बार यात्रा मार्ग पर निरंतर निगरानी बनाये रखने के लिए सर्विलांस कैमरा स्थापित किये गए हैं। इसके अतिरिक्त धामों पर यात्रियों की संख्या का सटीक आकलन करने के लिए हेडकाउंट कैमरा स्थापित किये गए हैं। यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक वाहन का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। निजी वाहनों का पंजीकरण रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर स्वयं का रजिस्ट्रेशन करते समय ही हो जाता है।

सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रियों को यात्रा पंजीकरण, हेल्थ एडवाइजरी तथा मौसम की अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि वह यात्रा के पूर्व इन जानकारियों के आधार पर अपनी योजना बना सकें। यात्री अपने फ़ोन पर Tourist Care Uttarakhand नामक एप्लिकेशन डाउनलोड कर ताज़ा जानकारी हासिल कर सकते हैं। ये एप्लिकेशन एंड्रॉयड और आइओएस दोनों रूप में उपलब्ध है। यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाओं की भी पर्याप्त व्यवस्था है।

सुलभ इंटरनेशनल संस्था के माध्यम से चारधाम यात्रा मार्ग पर 144 स्थाई शौचालय (1513 सीट) का संचालन एवं रखरखाव किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सभी जनपदों में आवश्यकतानुसार अस्थाई फ्लेक्सी शौचालय भी स्थापित किए गए हैं। आयुक्त गढ़वाल मंडल को चार धाम यात्रा हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए इस वर्ष तीन करोड़ रुपए की धनराशि निर्गत की गई है। एक करोड़ की धनराशि इसके अतिरिक्त शीघ्र ही जारी कर दी जाएगी।

प्रेसवार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, स्वास्थ्य सचिव राधिका झा, डीजीपी अशोक कुमार एवं प्रो. हेम चंद्रा, वी.सी. एच.एन.बी गढ़वाल यूनिवर्सिटी / चेयरमैन एक्सपर्ट कमेटी मौजूद रहे।