बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़, चमोली डेस्क । जुनेर में पारंपरिक आस्था और लोक संस्कृति से जुड़े सप्त दिवसीय वीर-भड जीतू बगड़्वाल मेला कौथिक में पंचमी के पर्व पर घुडैत नृत्य लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा।यह मेला 25 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।
मेले के शुरूआत से हर दिन मां गिरिजा भवानी मंदिर में आचार्य शिव प्रसाद सती द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की जा रही है।तत्पश्चात विधि-विधान के साथ आह्वान पर देवताओं,भूमि-भूमियाल,असलदानू के साथ ही जीतू बगड्वाल पश्वाओं पर अवतरित होकर नृत्य करते हुए अपने भक्तजनों को दर्शन और आशीर्वाद दिए।
मंदिर प्रांगण में पँवाडा जागर गायक अनिल उनियाल द्वारा देवी-देवताओं की जागर गाए,जिससे पूरा वातावरण भक्ति और लोक धुनों से गूंज उठा। बुधवार को पंचमी के पावन पर्व पर विशेष कर घुडैत नृत्य लोगों का आकर्षण का केंद्र बना रहा।
निवर्तमान ग्राम प्रधान एवं मंदिर संरक्षक नरेन्द्र भंडारी ने बताया कि “गांव में वीर बड़ जीतू बगड़्वाल मेला पारंपरिक रूप से हर तीन वर्षों में आयोजित होता है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य हमारी लोक संस्कृति, परंपराओं और लोक कथाओं को जीवंत बनाए रखना है।”मेले के दौरान प्रतिदिन सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है,जिसमें ग्रामीण अंचल की पारंपरिक देवी-देवताओं की जागर प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गण अनिल उनियाल,गिरीश चमोला,डॉ भूपेंद्र मेहरा,देवेन्द्र नेगी,पूर्व ग्राम प्रधान एवं वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह रावत,पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष मोनू सती,ग्राम प्रधान डुंग्री मंजू देवी,प्रधान रैंगाव राखी देवी,प्रधान भंगोटा मीना देवी,प्रधान भगवती सती, चंद्रसिंह नेगी,मंदिर समिति अध्यक्ष प्रताप राई,सचिव बलवीर डोड,सहसचिव अंजू देवी,व्यवस्थापक अब्बल बिष्ट,संयोजक मंगल फरस्वाण,महिला मंगल दल अध्यक्ष लक्ष्मी देवी,उपप्रधान पुष्पा देवी आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय सम्पादक


