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बीएसएनके न्यूज डेस्क / ऋषिकेश। प्रमोद वात्सल्य जो टिहरी विस्थापित क्षेत्र निर्मल बाग में अपने प्लॉट पर गार्ड के द्वारा दिए गए सूचना के अनुसार पहुंचे, जिसमें उनके प्रॉपर्टी पर मौजूद गार्ड ने कहा था कि” यहां पर गोंडा गैंग के द्वारा आपके मौजूद कंस्ट्रक्शन के सामानों एवं प्लॉटों की बेचे जाने की आशंका है अगर आप इस प्लॉट पर जल्दी से जल्दी आ सकते हैं, तो आपके जो सामान है वह बच सकता है ।

अन्यथा जो गुंडा गैंग के कुछ बदमाश है वह सब इस सामान को बेचने का प्लान बना रहे हैं। गार्ड ने कहा कि मुझे सूचना मिली है कि एक-दो दिन में वहां ट्रक के माध्यम से सारे सामान को उठवा दिया जाएगा।” इसी सूचना को पाकर प्रमोद वात्सल्य जो प्रॉपर्टी के मालिकाना हक रखते हैं वे अपने निर्मल बाग के प्लॉट में पहुंचे। जब प्रमोद वात्सल्य अपने कुछ सहयोगियों के साथ वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वहां पर गार्ड मौजूद नहीं था और उसने प्रमोद वात्सल्य एवं उनके सहयोगियों को गुमराह किया है।

कुछ देर बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो पुलिस ने बताया कि गार्ड आप लोगों से झूठ बोल रहा है और आपको गलत सूचना दी गई है। प्रमोद वात्सल्य ने कहा कि मेरे पुत्र के हत्यारिन मेरी बहू सुनीता वात्सल्य मुझे परेशान करने के लिए विभिन्न परिवार के षड्यंत्र रच रही है।। मेरी उम्र 84 साल की है और मैं इस समय अपने ही प्लॉट को कबजाने का क्यों प्रयास करूंगा, मेरी बहू मेरे बेटे की हत्यारिन है एवं वह हमारे प्रॉपर्टी और जायदाद को हड़पना चाहती है ।

इसी क्रम में वह अपने कुछ गुंडा एवं बदमाश साथियों के साथ मेरे संपत्ति को हथियाना चाहती है। बताते चलें कि 25 दिसंबर 2022 को देहरादून में मेरे पुत्र जो एक अमेरिकन नागरिक विजय वात्सल्य था उसकी हत्या कर दी जाती है एवं मेरे बहु और उसके गोंडा के अपने कुछ सगे संबंधियों द्वारा एक मनगढ़ंत कहानी रच कर मेरे पुत्र के मौत को लीपापोती करने में लगी है। परंतु मैं यह जानता हूं कि मेरी बहू ही मेरे पुत्र विजय वात्सल्य की हत्यारिन है।

प्रमोद वात्सल्य अपने आप बीती को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के प्रमुख काशी सिंह ऐरी के पास पहुंचे एवं उन्हें विस्तार पूर्वक अपनी आपबीती बताई। काशी सिंह ऐरी ने कहा है कि उत्तराखंड क्रांति दल एवं उसके समस्त सदस्य इस संकट के घड़ी में आपके साथ खड़ी है एवं जब तक आप को इंसाफ ना मिल जाए तब तक हम आपके कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलेंगे,जरूरत पड़ी तो धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन भी हम करेंगे।

वहीं प्रदेश के वरिष्ठ वकील अश्वनी मुद्गल ने कहां कि वे प्रमोद वात्सल्य के साथ हो रहे नाइंसाफी एवं अत्याचार के प्रति यथासंभव सहयोग करेंगे एवं उन्होंने प्रमोद वात्सल्य को कहा है कि जरूरत पड़ी तो हम प्रदेश के विभिन्न जगहों पर प्रेस वार्ता कर उत्तराखंड के नागरिकों को अवगत कराने का प्रयास करेंगे कि प्रदेश में एक वृद्ध व्यक्ति इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है और सरकार आंखें मूंद खड़ी है।

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