बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। बुधवार सुबह लगभग नौ बजे के आसपास पंती गांव की महिला सरस्वती देवी पत्नी कुंवर सिंह आपने दो अन्य महिला साथियों के साथ अपने मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने गांव के पास के भी जंगल में गयी थी। महिला चारापत्ती काट ही रही थी कि शायद पहले से ही घात लगाए बैठा भालू ने महिला पर अचानक हमला कर दिया।
अन्य महिलाएं हल्ला मचाते हुए भाग गयी परंतु सरस्वती देवी ने हौंसला रखते हुए भालू के साथ संघर्ष किया लेकिन भालू और आम महिला में बहुत फर्क होता है। महिला के पुरज़ोर कोशिश करने के बाद भी भालू ने महिला को बुरी तरह चीर-फाड़ डाला लेकिन महिला के संघर्ष के आगे भालू भी भाग गया किंतु वह तब तक महिला को गंभीर हालत में जख्मी कर चुका था।

भालू ने महिला के पुरे शरीर पर बड़े-बड़े घाव कर दिये हैं। महिला की अन्य महिला साथियों की सूचना पर ग्रामीण जंगल पहुंचे और महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे।
जहां डा नवीन चन्द्र डिमरी की देखरेख में डॉ दीपक अरोड़ा,फार्मेसिस्ट जगजीत सिंह नेगी,डॉ अंजू रावत,विपुल ध्यानी,स्टाफ नर्स मनीषा,दीक्षा,अंजलि,अरुणा आदि ने डॉक्टरों के कार्यबहिष्कार के बावजूद महिला के उपचार में तत्परता दिखाई।
इस बीच महिला के पूरे जिस्म में कई जगह टांके लगाए गए और प्राथमिक उपचार करने के बाद महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
महिला के पति ने कहा वह बहुत ही गरीब है और एक वशीकरण में छोटी सी चौकीदारी करके वह गुजर बसर करते हैं और अपनी पत्नी का ईलाज कराने में बिल्कुल भी सक्षम नहीं है उन्होंने वन विभाग एवं शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
वहीं वन महकमें के कर्मचारी भी इस दौरान मौजूद रहे और कहा कि नियमानुसार मुआवजा दिए जाने की कार्यवाही की जा रही है। देवेंद्र सिंह, दिनेश सिंह,हरेंद्र सिंह,कुंदन लाल,सोबी लाल , विपिन सिंह,मटरी लाल आदि ग्रामीणों ने घायल महिला को जंगल से अस्पताल लाने में मदद की।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक