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पिंण्डरघाटी के थराली एवं नारायणबगड़ प्रखंड में सुप्रसिद्ध पांच दिवसीय बैशाखी कौथीकों की हुई शुरुआत

बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। पंती व कुलसारी में दैदाण थौल से पिंण्डरघाटी के थराली एवं नारायणबगड़ प्रखंड में सुप्रसिद्ध पांच दिवसीय बैशाखी कौथीकों की शुरुआत हो गई है।

शुक्रवार को बैशाखी के पावन पर्व पर नारायणबगड़ तथा थराली प्रखंड के विभिन्न देव गांवों से देवी देवताओं के प्रतीक डोलियों एवं निशाणों ने पंती तथा कुलसारी में पिण्डर नदी में स्नान कर हजारों श्रद्धालुओं को दर्शन देकर आशीर्वाद दिए।इस अवसर पर प्रवासियों,ध्याणियों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपने अराध्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर भेंट चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

पहले बताते चलें कि बेशाखी के पर्व के शुरू होने वाले यह कौथीक नारायणबगड़ और थराली ब्लाक के विभिन्न क्षेत्रों में पांच दिनों तक अलग अलग पौराणिक प्रथाओं के साथ बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं। इनमें बेशाखी के पहले दिन पंती और कुलसारी सभी गांवों के देवी देवताओं के प्रतीक डोलियां एवं निशाण स्नान करते हुए आपस मे मिलन करते हैं और इन दोनों स्थानों पर सदियों से भव्य मेला आयोजित होता है।

इसके बाद क्रमशः दूसरे दिन मींगेश्वर महादेव,कौबेश्वर महादेव तथा मालेश्वर महादेव तीन अलग अलग क्षेत्रों में मेले आयोजित होते हैं। तीसरे दिन यानी तीन गते बैशाख को खैनोली गांव में नारायण भगवान,भगवती एवं भुम्याल देवताओं का देव दर्शन मेला आयोजित होता है।बैशाखी पर्व के चौथे दिन असेड़ गांव में महामृत्युंजय महादेव का देव दर्शन मेला आयोजित किया जाता है।

पांचवें और अंतिम दिन थराली ब्लाक के माल बज्वाड़, नारायणबगड़ के हंसकोटी तथा कौब में मलियाल देवता का मेला आयोजित होता है।इस सभी मेलों में हजारों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे शिरकत करते हैं। पूर्व में इन मेलों की जो चमक दमक थी वह कुछ समय पहले तकनीक विकसित होने और हुडदंगियों के कारण अपने भव्य और दिव्य स्वरूप को खोते जा रहे थे। जिसका सांस्कृतिक,पौराणिक धरोहरों और सामाजिक सौहार्द्ध पर विपरीत प्रभाव पड़ता नजर आ रहा था लेकिन अब कुछ नये स्वरूप के साथ इन पौराणिक धरोहरों के कौथीकों में अभिनव प्रयासों से पुनः रौनक लौट रही है।

शुक्रवार को बैशाखी पर्व पर पंती में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी पौराणिक बैशाखी मेला समिति पंती के तत्वाधान में देव गांवों से आई महिला मंगल दलों,स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक टीमों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। सबसे पहले खेनोली की महिला मंगल दल ने गिर गेंदुवा पर शानदार झुमेला नृत्य प्रस्तुत किया।

इसके बाद देव गांव कौब की महिला मंगल दल की सदस्यों ने जख देवतों का थान छन,हम उत्तराखंडी तों की लाजबाव प्रस्तुति दी। महिला मंगल दल मरोड़ा ने लोक चांछडी पर ख़ूब तालियां बटोरी।इसके बाद तीनों महादेवों के वाद्ययंत्र वादकों की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई।खबर लिखे जाने तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक भूपालराम टम्टा,सांसद प्रतिनिधि सुदर्शन कनेरी, विधायक प्रतिनिधि दलीप सिंह नेगी, समिति के अध्यक्ष पीतांबर चंदोला,संरक्षक डॉ हरपाल सिंह नेगी,एनडी सती, मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र धनेत्रा,कोषाध्यक्ष मनमोहन नेगी,गोविंद सिंह गुसाईं आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रमेश गुसाईं ने किया।

रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय सपांदक