बीएसएनके न्यूज डेस्क/स्पोर्ट्स :- प्रदर्शन कर रहे जूनियर पहलवानों ने बजरंग, साक्षी और विनेश पर अपने स्वार्थ के लिए उनका करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया। पहलवानों के प्रदर्शन के बाद कुश्ती की तदर्थ समिति भी हरकत में आ गई। उसने छह सप्ताह के अंदर अंडर-15 और 20 की राष्ट्रीय चैंपियनशिप कराने की घोषणा कर दी।
कुश्ती को लेकर बीते एक वर्ष से चला आ रहा विवाद सुलझने की बजाय दिन पर दिन गहराता जा रहा है। पहले ओलंपिक पदक विजेता बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर धरना दिया और अब इन तीनों के खिलाफ बड़ी संख्या में जूनियर पहलवानों ने बुधवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।
वहीं, साक्षी ने उनकी मां को बृजभूषण के लोगों की ओर से धमकी दिए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें संजय सिंह को छोड़कर नवगठित कुश्ती महासंघ से कोई एतराज नहीं है। बस बृजभूषण के करीबी संजय सिंह महासंघ के अध्यक्ष नहीं होने चाहिए।
दस दिन के अंदर वापस हो निलंबन
बुधवार की दोपहर सैकड़ों की संख्या में जूनियर पहलवान जंतर-मंतर पर एकत्र हो गए। पहलवानों ने हाथों में, कर दिया देश की कुश्ती को बर्बाद, साक्षी, बजरंग, विनेश फोगाट, के नारे लिखे बैनर ले रखे थे। पहलवानों ने तकरीबन तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि बजरंग, साक्षी और विनेश की वजह से उनके करियर का महत्वपूर्ण एक वर्ष बर्बाद हो गया। जूनियर पहलवान उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के कई हिस्सों से बसों में आए थे। इन पहलवानों ने बजरंग, साक्षी और विनेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन करने वाले पहलवानों ने यह भी धमकी दी कि अगर सरकार ने 10 दिन के भारतीय कुश्ती महासंघ का निलंबन वापस नहीं लिया तो वे भी अपने पुरस्कारों को लौटाना शुरू कर देंगे।
प्रदर्शन करने वाले पहलवानों ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग से भी अपील की है कि इन तीनों पहलवानों से हमारी कुश्ती को बचाया जाए। एशियाई खेलों के पदक विजेता और अर्जुन अवॉर्डी ग्रीको रोमन पहलवान सुनील राणा ने कहा कि अगर सरकार ने महासंघ से निलंबन वापस नहीं लिया तो जिस तरह बजरंग, विनेश ने अपने अवॉर्ड लौटाए हैं, वे भी लौटाना शुरू कर देंगे। मुज्जफरनगर स्टेडियम के प्रदीप कुमार ने कहा कि वे केवल तीन पहलवान हैं और दूसरी ओर लाख से अधिक पहलवान हैं। तीनों ने लाख से अधिक पहलवानों का कॅरिअर बर्बाद किया है। इन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कारों की भी इज्जत नहीं की और उन्हें सड़क पर छोड़कर चले गए। तीनों लगातार कहते रहे कि वे महिलाओं और जूनियर पहलवानों के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन उन्होंने उनका करियर खराब करने के अलावा कुछ नहीं किया। उनका प्रदर्शन महासंघ में उच्च पद हासिल करने के लिए था।
सुनील राणा, कोच नरेश दहिया, पहलवान निक्की, वरुण ने ज्ञापन में मांग की कि सरकार को इन तीनों पहलवानों की बजाय उनकी भी सुननी चाहिए। हम सरकार से अपील करते हैं कि महासंघ का निलंबन बहाल किया जाए और राष्ट्र्रीय पुरस्कारों का अपमान करने वाले पहलवानों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
बृजभूषण के लोग कर रहे प्रदर्शन : साक्षी
साक्षी ने इस धरने के बारे में कहा कि उन्हें मीडिया के जरिये प्रदर्शन के बारे में पता लगा है, यह सब बृजभूषण की ओर से कराया जा रहा है। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाले सभी बृजभूषण के लोग हैं। उन्होंने कुश्ती को 18 से 20 साल दिए हैं। केवल वही जानती हैं कि वह किस दौर से गुजरी हैं। हमारे बारे में सोशल मीडिया पर कई तरह की गलत बातें कही जा रही हैं, जो गलत है। साक्षी ने कहा कि पेरिस ओलंपिक में उनके 62 भार वर्ग में देश का कोई जूूनियर पहलवान स्वर्ण या रजत जीते। साक्षी ने कहा कि वह यही चाहती हैं कि सरकार ने उन्हें यह आश्वासन दे कि संजय सिंह की वापसी नहीं होगी।
जूनियर पहलवानों के प्रदर्शन के बाद तदर्थ समिति के चेयरमैन भूपिंदर सिंह बाजवा ने अंडर-15 और 20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप एलएनआईपीई, ग्वालियर में कराने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि दोनों चैंपियनशिप छह सप्ताह के अंदर आयोजित होंगी। समिति सीनियर चैंपियनशिप पहले ही जयपुर में दो से पांच फरवरी तक कराने की घोषणा कर चुकी है।