हेल्थ डेस्क। बच्चों के पोषण में प्रोटीन का काफी महत्व है। अगर आपका बच्चा 7 महीने से 12 महीने का है तो उसे हर रोज 11 ग्राम प्रोटीन की जरूरत है। बच्चा अगर 1 से 3 साल का है तो 13 ग्राम प्रोटीन देना चाहिए। 8 साल तक के बच्चे को 19 ग्राम और 9 से 13 साल की उम्र है तो 34 ग्राम प्रोटीन की जरूरत है।
बच्चों को भी उनकी उम्र के हिसाब से प्रोटीन की खास जरूरत होती है। इसकी कमी से बच्चों के शारीरिक विकास में रुकावट भी आ सकती है। माता-पिता के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि उनके बच्चे को कितना प्रोटीन चाहिए और इसके स्रोत क्या हैं। पोषण विशेषज्ञ ने बताया कि बच्चों में उनके वजन के हिसाब से प्रतिकिलो 2 से 3 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। अगर बच्चे में प्रोटीन डिफिशिएंसी का लक्षण ना हो तो बीमारी के बाद भी उसे इसी मात्रा में प्रतिदिन प्रोटीन लेने की आवश्यकता होती है। उम्र के हिसाब से प्रोटीन की जरूरत भी अलग-अलग होती है।
पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक, अगर आपका बच्चा 7 महीने से 12 महीने का है तो उसे हर रोज 11 ग्राम प्रोटीन की जरूरत है। बच्चा अगर 1 से 3 साल का है तो 13 ग्राम प्रोटीन देना चाहिए। 8 साल तक के बच्चे को 19 ग्राम और 9 से 13 साल की उम्र है तो 34 ग्राम प्रोटीन की जरूरत है। बच्चों को प्रोटीन देने के लिए जरूरी है कि उनके भोजन में फल, हरी सब्जियां और दूध, सोयाबीन, मूंगफली शामिल हो।
प्रोटीन की पूर्ति के लिए डॉक्टर की सलाह पर प्रोटीन पाउडर भी दिए जा सकते हैं। अगर बच्चों पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलेगा,तो उससे बच्चों के विकास पर असर पड़ता है। प्रोटीन की कमी से बच्चे लंबाई रुक जाती है। शारीरिक विकार से साथ-साथ बच्चों के मानसिक विकास पर भी इसका असर पड़ सकता है। दूसरी ओर प्रोटीन को ज्यादा मात्रा में लेना भी बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है, इसका असर उनके लिवर और किडनी पर पड़ सकता है।
करोड़ों बच्चों में है प्रोटीन की कमी
यूनिसेफ ( UNICEF) की ओर से जारी द स्टेट ऑफ द वर्ल्डस चिल्ड्रन 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के करोड़ों बच्चे को या तो जरूरत से बहुत कम खाना और प्रोटीन मिल रहा हैं या फिर जितनी जरूरत है वो उससे अधिक मात्रा में भोजन ले रहे हैं। यूनिसेफ के अनुसार, बच्चों में पोषण की कमी की वजह से उनको कमजोर याददाश्त, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी और कई बीमारियों के होने का खतरा रहता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पांच साल से कम आयु के 34 करोड़ बच्चों में जरूरी प्रोटीन और विटमिनों की कमी है।
