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स्टील एक्सचेंज इंडिया अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेचने के लिए जेएसपीएल से हो सकती है चर्चा

बीएसएनके न्यूज डेस्क / हरिद्वार। स्टील एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड जो लोहा और इस्पात निर्माण के क्षेत्र में एक स्थापित लीडर और एपी के सबसे बड़े निजी एकीकृत इस्पात संयंत्र हैं, हाल ही में कंपनी ने (क्यूआईपी) के माध्यम से कुल 600 करोड़ रुपये तक) या किसी अन्य माध्यम से धन जुटाने को मंजूरी दी है।

हाल ही में मनी कंट्रोल के हवाले से ये खबर बाहर आई है कि जिंदल स्टील एंड पावर, स्टील एक्सचेंज इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि, अभी बातचीत शुरुआती चरण में है इसलिए डील के साइज का खुलासा नहीं हुआ है।

जिंदल स्टील एंड पावर (Jindal Steel & Power) स्टील एक्सचेंज इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, Steel Exchange India अतिरिक्त इक्विटी के लिए स्ट्रैटजिक इनवेस्टर खोज रही है। हालांकि, अभी बातचीत शुरुआती चरण में है इसलिए डील के साइज का खुलासा नहीं हुआ है। स्टील एक्सचेंज का शेयर मंगलवार, 24 जनवरी को बीएसई पर इंट्राडे में लगभग 4 फीसदी मजबूत होकर 15.65 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, पूर्वाह्न 11.05 बजे शेयर 2.33 फीसदी मजबूत होकर 15.40 रुपये के स्तर पर बना हुआ है।

Steel Exchange India का शेयर 5 दिन में लगभग 7 फीसदी और एक महीने में 17 फीसदी मजबूत हो चुका है। स्टील एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड (एसईआईएल) विजाग प्रोफाइल समूह की प्रमुख कंपनी है। 1999 में स्थापित, SEIL ‘SIMHADRI TMT’ ब्रांड के तहत TMT रिबर्स का एक अग्रणी निर्माता है। कंपनी के पास दो तेलुगु राज्यों, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सबसे बड़ा निजी एकीकृत इस्पात संयंत्र है।

कंपनी का लक्ष्य कस्टम बेस और ग्राहक संगठनों को बढ़ाते हुए एक गुणवत्ता वाले स्टील उत्पाद केंद्र के रूप में विकसित होना है। कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में भारतीय रेलवे, शापूरजी पल्लोनजी, कॉनकोर, नोवोटेल, भेल, एनसीसी, आदि शामिल हैं। पिछले साल की शुरुआत में, कंपनी के बोर्ड ने कंपनी के व्यावसायिक कार्यक्षेत्र के संबंध में पुनर्गठन के लिए विभिन्न विकल्पों के मूल्यांकन और कंपनी की जैविक और अकार्बनिक संपत्तियों के बेहतर उपयोग को मंजूरी दी थी।