बीएसएनके न्यूज डेस्क। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आगामी 14 फरवरी को मतदान होना है। लेकिन राज्य में हो रहे चुनाव में ज्यादातर सियासी दलों के प्रत्याशी करोड़पति हैं और पिछले चुनाव की तुलना में इस बार करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या बढ़ी है। वहीं इस बार चुनाव में 40 फीसदी दावेदार करोड़पति हैं और इनमें से 60 उम्मीदवार भाजपा और 56 उम्मीदवार कांग्रेस के हैं। जबकि आप के 31, बसपा के 18 और उत्तराखंड क्रांति दल के 12 उम्मीदवार भी करोड़पति हैं। यानी के जनता के सामने वोटों के लिए झोली फैलाने वाले प्रत्याशियों के पास चल और अचल संपत्ति की कोई कमी नहीं हैं।
असल में चुनाव में खुद को जनता का सेवक कहने वाले सियासी दलों के प्रत्याशियों के पास जनता से ज्यादा धन है। वहीं सियासी दल भी करोड़पति प्रत्याशियों को टिकट देने में पीछे नहीं है। राज्य में 40 फीसदी से ज्यादा प्रत्याशियों के पास करोड़ों की संपत्ति है और इस मामले में कांग्रेस बीजेपी से आगे है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स उत्तराखंड इलेक्शन वॉच की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.74 करोड़ है। वहीं कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.93 करोड़ है तो बीजेपी के 70 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.56 करोड़ है।
प्रत्याशियों की पांच साल में बढ़ी औसत आय
फिलहाल एडीआर ने दावा किया है कि 2017 की तुलना में 2022 में चुनाव लड़े रहे प्रत्याशियों की औसत आय में एक करोड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ है. असल में राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 632 उम्मीदवारों में से 626 ने जो जानकारी दी है। उसके मुताबिक इस चुनाव में उम्मीदवारों की औसत आय बढ़ी है। जहां 2017 के विधानसभा चुनाव में 637 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.57 करोड़ थी वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.74 करोड़ तक पहुंच गई है।
करोड़पति के मामले में आप, बीएसपी और यूकेडी भी पीछे नहीं
वहीं राष्ट्रीय दल कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही आप के 69 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.95 करोड़ है। जबकि राज्य के क्षेत्रीय दल यूकेडी के 42 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.79 करोड़ और बहुजन समाज पार्टी के 54 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.23 करोड़ बताई गई है। बीजेपी ने 86 फीसदी , कांग्रेस ने 80 फीसदी,आम आदमी पार्टी ने 31 फीसदी,बीएसपी ने 18 फीसदी और यूकेडी ने 12 फीसदी करोड़पतियों को टिकट दिए हैं।